सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस टी एस ठाकुर ने पीएम मोदी के स्वतंत्रता दिवस के भाषण पर सवाल करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री डेढ़ घंटे तक बोले लेकिन जजों की नियुक्ति पर कुछ भी नहीं कहा।
उन्होंने आगे कहा कि लोग जानते हैं कि कौन क्या कर रहा है।
स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित सुप्रीम कोर्ट में एक प्रोग्राम में बोलते हुए जस्टिस ठाकुर ने कहा कि वो अब अपने करियर के शीर्ष पर पहुँच चुके हैं और इसलिए अब उन्हें बेबाकी से अपने राय देने में कोई हिचकिचाहट नहीं होती।
एबीपी न्यूज़ के अनुसार जस्टिस ठाकुर ने कहा, “देश के लोकप्रिय पीएम डेढ़ घंटा बोले. लॉ मिनिस्टर भी बोले. मैंने सोचा था इंसाफ की, जजों की नियुक्ति की भी बात होगी। लोग जानते हैं, कौन क्या कर रहा है. आज देश के लिए कुर्बानी देने वालों को याद करने का दिन है। ”
खालिस हिंदुस्तानी में बोल रहे चीफ जस्टिस ने कहा, “आज का दिन बेहद अहम है. हमने क्या किया, क्या करेंगे ये बताकर आज के दिन की अहमियत कम नहीं करना चाहता.”
इस मौक़े पर जस्टिस ठाकुर ने एक शेर भी पढ़ा, “गुल फेंके है औरों की तरफ़ बल्कि समर भी
ऐ ख़ानाबर अंदाज़-ए-चमन कुछ तो इधर भी”
चीफ जस्टिस ने सरकार से गरीबी और बेरोज़गारी पर खास ध्यान देने की अपील की. उन्होंने कहा कि गरीबी रेखा ऐसे बनाई गई है, जैसे आदमी को सिर्फ 2 वक्त की रोटी चाहिए.
जस्टिस ठाकुर के बयान पर टिपण्णी करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने उनकी हिम्मत की सराहना की
केजरीवाल ने कहा, ” मैं भारत के चीफ जस्टिस की साहस, दृढ विश्वास और इन्साफ के प्रति उनकी फ़िक्र की सराहना करता हूँ। ”
I really really admire CJI's courage, conviction and his concern for justice
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 15, 2016
जस्टिस ठाकुर का मोदी के बारे में बयान इस वजह से बेहद महत्वपूर्ण है कि पिछले हफ्ते उनकी अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने जजों की नियुक्ति मामले पर केंद्र को आड़े हाथों लिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने बहुत ही सख्त लहजा अपनाते हुए कहा था कि वो जजों को अस बारे में कोई फैसला लेने पर मजबूर न करे।