वरिष्ठ अधिवक्ता इंदु मल्होत्रा सुप्रीम कोर्ट में सीधे जज बनने वाली देश की पहली महिला वकील होंगी। उन्हें देश के सर्वोच्च अदालत में जज बनाने को लेकर मिले प्रस्ताव को कानून मंत्रालय ने अपनी मंजूरी दे दी है। उम्मीद जताई जा रही है इंदु मल्होत्रा अगले हफ्ते में शपथ ले सकती हैं। विधि मंत्रालय में मौजूद सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। इस तरह, बार से सीधे उच्चतम न्यायालय की न्यायाधीश नियुक्त होने वाली वह पहली महिला जज होंगी।

वहीं, हालांकि सरकार ने जस्टिस केएम जोसेफ की पदोन्नति रोके रखने का फैसला किया है। जस्टिस जोसेफ उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश हैं। कानून मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश केएम जोसेफ को पदोन्नत करने की कॉलेजियम की दूसरी सिफारिश पर विचार कर रही है।
कॉलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में उत्तराखंड के मुख्य न्यायाधीश केएम जोसेफ की नियुक्ति की भी सिफारिश की थी। जस्टिस जोसेफ और मल्होत्रा की उन्नति की सिफारिशें लगभग तीन महीने पहले की गई थीं। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश करने की फाइल 22 जनवरी को कानून मंत्रालय पहुंची। फरवरी के प्रथम सप्ताह में शुरू हुई स्वीकृति की प्रक्रिया में केवल इंदु मल्होत्रा का नाम आगे बढ़ सका है।
सरकार का मानना है कि न्यायमूर्ति जोसेफ के नाम की सिफारिश करते समय कॉलेजियम ने वरिष्ठता और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को नजरअंदाज कर दिया है। वह 669 हाई कोर्ट के न्यायाधीशों की वरिष्ठता सूची में 42वें नंबर पर हैं। सूत्रों ने बताया कि कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा को इंदू को नियुक्त किए जाने के सरकार के फैसले के बारे में पत्र लिखेंगे।
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