किसानों के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए सोमवार(4 जून) को मुजफ्फरपुर के एक अदालत में केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई गई।

समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, एक सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरिप्रसाद की अदालत में यह शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मंत्री ने कहा था कि किसानों का विरोध प्रदर्शन मीडिया का ध्यान खींचने का प्रयास है। अदालत से सिंह को समन जारी करने का आग्रह किया गया है।
शिकायतकर्ता के अनुसार मंत्री का यह बयान न केवल गैर-जिम्मेदाराना है बल्कि इससे शिकायतकर्ता की भावनाएं भी आहत हुई है। किसान अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं 297 और 504 के तहत मामला दर्ज करने की मांग की। अदालत 14 जून को इस मामले पर विचार कर सकती है।
गौरतलब है कि, उपज के वाजिब दाम, कर्ज माफी एवं अन्य मांगों को लेकर शुक्रवार (1 जून) को देश के करीब सात राज्यों के किसान सड़कों पर उतर आए। 10 दिवसीय ‘गांव बंद आंदोलन’ के पहले दिन कई जगह किसानों ने सड़कों पर दूध बहाया और सब्जियां फेंकी थी। आंदोलन का असर यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में सबसे ज्यादा देखने को मिला। किसानों की हड़ताल 1 जून को शुरू हुई, जो 10 जून तक चलने वाली है।
बता दें कि, किसानों के प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा था कि, किसानों के आंदोलन को ‘पब्लिसिटी स्टंट’ करार देते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया में आने के लिए कुछ किसान तरह-तरह के उपक्रम कर रहे हैं। देश में करोड़ों की संख्या में किसान हैं और उसमें कुछ किसानों का ये प्रदर्शन मायने नहीं रखता।