उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले में ‘ठाकुर’ ब्रांड के जूते बेचने के लिए एक मुस्लिम दुकानदार को गिरफ्तार करने के बाद यूपी पुलिस को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस ने मुस्लिम व्यक्ति के खिलाफ यह कार्रवाई एक दक्षिणपंथी समूह की शिकायत के बाद की। वहीं, पुलिस ने निसार की गिरफ्तारी को जायज ठहराया है, जिससे सोशल मीडिया यूजर्स भड़क गए हैं। हालांकि, जूते बेचने के आरोप में गिरफ़्तार व्यक्ति को पुलिस ने कुछ घंटों के भीतर ही छोड़ दिया।
मामला बुलंदशहर के गुलावठी का है। दुकानदार पर ऐसे जूते बेचने का आरोप है जिसके ‘सोल’ पर उच्च वर्ग की जाति ‘ठाकुर’ नाम लिखा हुआ है। दुकानदार नासिर को क्षेत्र के दक्षिणपंथी संगठन के नेता विशाल चौहान की शिकायत के बाद हिरासत में लिया गया था। युवक की तहरीर पर पुलिस ने जूते बेचने और बनाने वाली कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। नासिर पर धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, सार्वजनिक स्थान पर शांति भंग करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
इस घटना के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें दुकानदार और बजरंग दल कार्यकर्ताओं के बीच बहस हो रही है।सोशल मीडिया पर शेयर किए गए घटना के वीडियो में लोगों के समूह को दुकानदार को घेरे हुए देखा जा सकता है। इसमें नासिर पूछता है, ‘क्या मैं इन जूतों को बना रहा हूं?’ इस पर एक शख्स कहता है, ‘तब तुम इन्हें यहां लेकर क्यों आए हो?’
…. in the video in tweet above , the shoe seller repeatedly argues that he has not manufactured the shoes he is just selling them … also one cannot see any assault or abuse from him@as alleged in FIR . Yet cops have him in custody …
— Alok Pandey (@alok_pandey) January 5, 2021
निसार की गिरफ्तारी के बाद बुलंदशहर पुलिस ने ट्वीट किया, “इस प्रकरण में वर्तमान विधि व्यवस्था के अनुसार जो सुसंगत था वह कार्यवाही की है, यदि पुलिस कार्यवाही न करती तो बहुत से लोग उल्टी/भिन्न प्रतिक्रिया देते। अतः पुलिस ने नियम का पालन किया है। कृपया इसे इसी रूप में देखें।” यह ट्वीट करने के बाद यूपी पुलिस सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गई।
@Uppolice बहुत खूब, क्या कर्तव्य निभा रहे हो, किस की सेवा कर रहे आप लोग । थोड़ा से विवेक से काम लेते, कौन सा वह अपने घर मे बना रहा है यह जूते। बस सिर्फ इसीलिए की वह मुसलमान है आप उस पर कार्यवाही कर रहे, किस कारखाने मे बन रहे है वहां से कितने हिन्दू ने ख़रीदा वो पता किया?
— Samshad Malik (@MalikJaiHind) January 5, 2021
पूरे बुलंदशहर में ठाकुर ब्रांड के जूते बेचने वाला अकेला नासिर को ही गिरफ़्तार किया ये केसी गिरफ़्तारी है इस देश मै मुस्लिम होना जुर्म है। किया जूता बनाने वाली फ़ैक्टरी पर कार्यवाही होनी चाहिए या बेचने वाले पर ?#UttarPradesh #Bulandshahrhttps://t.co/cXMOhnyptq
— Gulzar Siddiqui_ گلزار صدیقی (@GulzarSiddiqui_) January 5, 2021
महोदय पहले तो यह बताइए कि जूते बेचना कबसे अपराध हो गया ?
और अगर जूते पर 'ठाकुर' लिखा होना अपराध है तो जूते बनाने वाले को क्यों नहीं गिरफतार किया गया ? इसमें बेचने वाले की क्या गलती ?
या गिरफ्तारी कानून नहीं उस गरीब के धर्म को देख कर की गयी है ?@dgpup @India_NHRC @bulandshahrpol https://t.co/oc8R0NtfLC— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) January 5, 2021
बाबा जी को फौरन उत्तर प्रदेश का नाम बदल कर उल्टा, हत्या,प्रदेश कर देना चाहिए!
वाकई उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज साबित कर दिया गुलामी और गंवारों से भरे पडे है, अरे अकल के दुश्मन पुलिस वालों जब ब्रांड का नाम ही "ठाकुर" है तो बेचने वाले कि क्या गलती है!! गज़ब की अंधेर नगरी है भाई— Preeti Chobey (@preeti_chobey) January 5, 2021
कारवाही मे भले ही देर हो जाये चलेगा मगर धर्म के आधार पर कारवाही नही होना चाहिये, इस बात के लिये मैं Maharastra Police का सम्मान करता हू जो धर्म के आधार पर कारवाही नही करते . जय महाराष्ट्र पोलीस ?
— Shaaz (@tshaaz) January 5, 2021
हालांकि, आलोचनाओं के बाद बुलंदशहर पुलिस ने मुस्लिम विक्रेता को उसके रिश्तेदारों को सौंपते हुए कहा है कि उसे तब तक पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है, जब तक इस मामले की जांच नहीं हो जाती।