बहुजन समाज पार्टी(BSP) ने सोमवार(21 अगस्त) को स्पष्ट किया कि उसका कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है और इस सोशल मीडिया साइट के माध्यम से जारी किये गए पोस्टर के संबंध में प्रकाशित और प्रसारित सभी खबरें गतल तथा मिथ्या प्रचार हैं। बीेएसपी ने कहा कि पार्टी इनका खंडन करती है। मायावती द्वारा अकाउंट को फर्जी बताए जाने के बाद @BspUp2017 के नाम से चल रहे वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट को डिलीट कर दिया गया है।
गौरतलब है कि सोमवार को बहुजन समाज पार्टी के नाम से बनी एक ट्विटर अकाउंट पर में एक पोस्टर प्रकाशित हुआ है, जिसमें मायावती समेत अन्य विपक्षी दलों के नेताओं सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजद नेता लालू यादव, तेजस्वी यादव और जनता दल यू नेता शरद यादव के फोटो लगा था। हैं।
पोस्टर में सामाजिक न्याय के समर्थन में विपक्ष एक हो का आह्वान किया गया था। पोस्टर में कहा गया था कि यह बसपा के ट्विटर अकाउंट से जारी किया है। इस पोस्टर पर दलित महानायकों के फोटो के साथ बसपा का लोगो पार्टी का चिन्ह भी था।
हालांकि, बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बयान में कहा है कि राजद के नेता लालू प्रसाद यादव द्वारा दिनांक 27 अगस्त को प्रस्तावित विपक्ष की रैली से संबंधित जिस पोस्टर के हवाले से आज कुछ अखबारों में खबरें छपी हैं वह सही नहीं है। बसपा का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है। जिसके बाद बहुजन समाज पार्टी के नाम से चल रहे ट्विटर अकाउंट को डिलीट कर दिया गया। माया ने कहा कि हमारी पार्टी विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात देश के सामने रखने के लिये लगातार प्रेसनोट जारी करती है ताकि विस्तार से अपनी बातें मीडिया के सामने रख सके, जबकि ट्विटर में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। मायावती ने कहा कि विपक्ष की एकता के जिस पोस्टर के हवाले से खबर बनाई गयी है, वह प्रथम दृष्टया ही गलत एवं शरारतपूर्ण है।बसपा की नीति और सिद्धांत सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय पर आधारित है। पार्टी इसी को लक्ष्य रखते हुए, हमेशा इसकी ही बात करती है, जबकि ट्विटर वाले पोस्टर में बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय को दर्शाया गया है, जो गलत है। इसके अलावा भी पोस्टर में और कई त्रुटियां हैं।