कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के दौरान असहाय लोगों की मदद के चलते मीडिया की सुर्खियों मे बने बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सोनू सूद के खिलाफ अब बृहन्मुंबई नगर निगम ने मोर्चा खोल दिया है। बीएमसी ने सोनू सूद के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। अभिनेता पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने बीएमसी की इजाजत के बिना जुहू में एक छह मंजिला रिहायशी इमारत को होटल में तब्दील कर दिया है।
बीएमसी ने सोनू सूद के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की है और आरोप लगाया है कि उन्होंने जुहू में शक्ति सागर बिल्डिंग में अपने 6 मंजिला घर को ‘गैरकानूनी’ तरीके से बिना उचित अनुमति लिए बदल दिया है। एक सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत के बाद बीएमसी ने जुहू पुलिस स्टेशन में महाराष्ट्र रीजन एंड टाउन प्लानिंग एक्ट के तहत शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस कार्रवाई करने से पहले मामले की जांच कर रही है।
वहीं, अभिनेता सोनू सूद ने दावा किया है कि उन्होंने कोई अवैध काम नहीं किया है और सभी जरूरी अनुमतियां ले ली हैं। अब केवल महाराष्ट्र कोस्टल जोन मैनेजमेंट अथॉरिटी (एमसीजेडएमए) की अनुमति का इंतजार है।
बता दें कि, जून 2018 में सूद ने बीएमसी के के-वेस्ट वार्ड बिल्डिंग प्रपोजल डिपार्टमेंट को आवेदन दिया था, जिसमें उनके आवासीय परिसर को लॉजिंग-कम-बोडिर्ंग सुविधा में बदलने का प्रस्ताव था। बीएमसी ने सितंबर 2018 में प्रस्ताव को लौटाते हुए सभी मानदंडों का पालन करते हुए एक संशोधित प्रस्ताव पेश करने के लिए कहा था, जो अब तक नहीं दिया गया है।
राज्य में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बीएमसी के इस कदम की निंदा करते हुए आरोप लगाया है कि यह अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ की गई प्रतिशोधात्मक कार्रवाई जैसा कदम है। भाजपा प्रवक्ता राम कदम ने सवाल उठाया है कि जब बीएमसी ने पिछले साल उसी परिसर को क्वारंटीन फैसिलिटी में बदल दिया था, तब कुछ भी गलत नहीं था। अब अचानक वही परिसर अवैध हो गया।
बता दें कि, सोनू सूद को प्रवासी मजदूरों और कामगारों की मदद करने के लिए पंजाब सरकार और आंध्रप्रदेश सरकार ने भी सम्मानित किया है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त राष्ट्र ने सोनू सूद को ‘एडीजी स्पेशल ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवार्ड’ से सम्मानित किया जा चुका है। उनके प्रशंसक उनके के लिए भारत सरकार से देश का सर्वोच्च सम्मान देने की मांग कर रहे हैं। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)