दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान विवादित बयान देकर मीडिया की सुर्खियों में आए पश्चिम दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा अपने एक ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए, लोग उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं।
गौरतलब है कि, कोरोना संकट में हुई महाबंदी में प्रवासी मजदूरों की घर वापसी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार और कांग्रेस के बीच सियासी जंग तेज हो गई है। बता दें कि, प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस की तरफ से उत्तर प्रदेश सरकार को 1 हजार बसों का प्रस्ताव दिया गया था। इसे लेकर दोनों पार्टियों के बीच सियासी घमासान मचा हुआ है।
इसी बीच, पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने एक ट्वीट कर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर तंज कसा, जिसमें उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस महासचिव की नाक और दिमाग पर टिप्पणी की है। भाजपा सांसद ने अपने ट्वीट में लिखा, “दादी जैसी नाक, भाई जैसा दिमाग।” अपने इस ट्वीट को लेकर भाजपा सांसद सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए, लोग उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं।
दादी जैसी नाक
भाई जैसा दिमाग— Parvesh Sahib Singh (@p_sahibsingh) May 19, 2020
भाजपा सांसद के इस ट्वीट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, “बंदर जैसी शक्ल, गधे जैसी अक्ल, बात करोड़ो की, काम पकौड़ो की।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “दंगाईयो जैसी शकल, आतंकियों जैसी अकल।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “और तुम लोगों का, मोदी जी जैसा दिल किसी भी मजदूर की कोई परवाह नहीं तुम लोगों को।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “आप सब नेताओं की व्यक्तिगत टिप्पणियों से हम जनता का क्या लेना देना।हम तो केवल सुविधा चाहते हैं।जिस पर आप लोगों का कब्जा है/अधिकार है। परदे के पीछे आप सब एक हैं।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “गोडसे जैसी सोच, आतंकी जैसा दिमाग।”
भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के इस ट्वीट पर इसी तरह तमाम यूजर्स अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। वहीं, कुछ यूजर्स कह रहे हैं कि, उन्हें ऐसा ट्वीट नहीं करना चाहिए।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट
और तुम्हारे साहब का हिटलर जैसा नियत।
— prakash bhardwaj (@prakash121ara) May 19, 2020
गोडसे जैसी सोच
आतंकी जैसा दिमाग#GareebVirodhiBJP— आम आदमी का फर्जी चौकीदार । Deep । दीप (@im_deep4u) May 19, 2020
आप सब नेताओं की व्यक्तिगत टिप्पणियों से हम जनता का क्या लेना देना।हम तो केवल सुविधा चाहते हैं।जिस पर आप लोगों का कब्जा है/अधिकार है।परदे के पीछे आप सब एक हैं।
— Rajesh Kumar Singh (@RajeshK28822863) May 20, 2020
दंगाईयो जैसी शकल
आतंकियों जैसी अकल— Sayyed Silawat (@SayyedSilawat) May 19, 2020
बंदर जैसी शक्ल,
गधे जैसी अक्ल,,बात करोड़ो की,
काम पकौड़ो की..— Mohammad Rashid (@mrforinc) May 20, 2020