अनुसूचित जाति-जनजाति (अत्याचार रोकथाम) अधिनियम में बदलाव के विरोध में सोमवार (2 अप्रैल) को आहूत ‘भारत बंद’ बेहद हिंसक हो गया। देश भर में दलित संगठनों के प्रदर्शन का आम जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। देश के अलग-अलग राज्यों में 10 लोगों की जान चली गई, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। सुबह से ही आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव की खबरें देश के कई राज्यों से आती रहीं। बंद समर्थकों ने यातायात पर भी अपना गुस्सा उतारा। कहीं ट्रेनें रोकी गईं तो कहीं बसों को आग के हवाले कर दिया गया।

इतना ही नहीं पुलिस चौकी जलाने के साथ पुलिसकर्मियों को भी निशाना बनाया गया। कई स्थानों पर जनजीवन थम गया। सबसे ज्यादा हालात मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में खराब दिखे। भिंड-मुरैना और ग्वालियर जिले में 6 लोगों की मौत हो गई। यहां पुलिस को कफ्यरू लगाना पड़ गया। यूपी में तीन और राजस्थान में एक व्यक्ति को जान गंवानी पड़ी। हालात पर काबू करने के लिए पुलिस को कई जगह लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। आगजनी और तोड़फोड़ में सरकारी व निजी संपत्तियों को भारी नुकसान भी पहुंचाया गया।
मध्य प्रदेश पर ‘भारत बंद’ का सबसे ज्यादा असर
‘भारत बंद’ के दौरान मध्य प्रदेश के हालत सबसे ज्यादा खराब रहे। जहां ग्वालियर, चंबल, मुरैना और भोपाल में काफी हिंसक मामले सामने आए। डबरा में ट्रेन को जबरन रोका गया तो वहीं वाहनों में भी जमकर तोड़फोड़ की गई। हिंसक प्रदर्शन में करीब 6 लोगों की जान चली गई, जबकि करीब 280 लोग घायल हो गए। भारत बंद के कारण राज्य को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा।
जबरन दुकानें बंद कराते कैमरे में कैद हुए BJP विधायक
हालांकि ‘भारत बंद’ के दौरान मध्य प्रदेश के आगर में एक हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई। यहां पर एक जनप्रितिनिधि ही ‘भारत बंद’ में शामिल थे और वह जबरन दुकानें बंद करवाते देखे गए। जी हां, मध्य प्रदेश के आगर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक गोपाल परमार बंद के दौरान दुकानें बंद करवा रहे थे। इस दौरान किसी ने उनका वीडियो बना लिया। बीजेपी विधायक का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
बीजेपी विधायक परमार उस समय दुकानें बंद करवा रहे थे, जब केंद्र में उनकी पार्टी की सरकार सुप्रीम कोर्ट में एससी/एसटी ऐक्ट में हुए बदलाव के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने जा रही थी। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शांति की अपील भी की थी। गोपाल परमार आगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी एक तस्वीर में बीजेपी विधायक गोपाल परमार क्षेत्र में दुकानें बंद करवाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
Gopal Parmar, BJP MLA from Agar, seen forcing shop owners to close their shops during protest over SC/ST Protection Act in Agar yesterday #BharatBandh #MadhyaPradesh pic.twitter.com/aOubpB94F5
— ANI (@ANI) April 3, 2018
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए परमार ने कहा कि, ‘अगर आप इस तरह की हालातों में फंस जाते हैं तो क्या करते हैं? यदि मैं प्रदर्शनकारियों के साथ नहीं जाता तो पार्टी यहां अपनी राजनीतिक पकड़ खो देती, क्योंकि मेरे राजनीतिक विरोधी मेरी इस हालत का फायदा उठाने के लिए तैयार बैठे थे।’ उन्होंने आगे बताया कि उनकी विधानसभा में अधिकतर लोग अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं और वो इस बंद का समर्थन कर रहे थे, क्योंकि वो सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से खुश नहीं थे।
गोपाल परमार ने कहा कि एमपी में चाहे जो कुछ भी हुआ हो, परमार में बंद शांतिपूर्ण रहा और कोई अनहोनी नहीं हुई। गोपाल परमार से जब वीडियो के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जिस दुकानदार को वह दुकान बंद करवाने को बोल रहे थे, वह ब्राह्मण और परशुराम सेना का सदस्य था, जबकि प्रदर्शनकारी भीम सेना से जुड़े हुए थे।
उन्होंने कहा कि, “दुकानदार ने इसे अपने इज्जत से जोड़ लिया और दुकान हर कीमत पर खुला ही रखना चाहता था, अगर मैं वहां नहीं होता तो पता नहीं वहां क्या हो जाता।” गोपाल परमार ने कहा कि वह प्रदर्शनकारियों के साथ इसलिए थे, क्योंकि वह चाहते थे कि किसी तरह की आगजनी, तोड़फोड़ या हिंसा नहीं हो।