पिछले कुछ समय से देश भर में कई जगहों पर मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा की जा रही हत्या) की घटनाएं देखने को मिल रही है। इसी बीच, उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ ने अलग-अलग जगहों पर दो लोगों को बुरी तरह पीटा और पुलिस को सौंप दिया।

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बांदा शहर की कालवनगंज पुलिस चौकी की प्रभारी उपनिरीक्षक शालिनी सिंह भदौरिया ने गुरुवार को बताया कि बुधवार को भुजरख गांव के मानसिक रूप से बीमार जुगुल (50) को स्थानीय लोगों ने शहर के खुटला मुहल्ला में घेर कर लहू-लुहान कर दिया।
शख्स को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसके हमलावरों की पहचान की जा रही है। उन्होंने बताया ‘वायरल हुए वीडियो के आधार पर भीड़ में शामिल हमलावरों की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।’
उधर, नरैनी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दुर्गविजय सिंह ने बताया कि पनगरा गांव में एक शराबी युवक को ग्रामीणों ने बुधवार की शाम पीट-पीटकर घायल कर दिया। उसे बचाने की कोशिश में एक पुलिसकर्मी भी मामूली रूप से घायल हो गया।
उन्होंने बताया, ‘बिसंडा थाना क्षेत्र के अमवां गांव का निवासी युवक अमित सविता (28) शराब के नशे में रास्ता भटक कर पनगरा गांव पहुंच गया था। ग्रामीणों ने उसे बच्चा चोर समझ लिया और पिटाई कर दी। घायल युवक का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरैनी में उपचार कराया जा रहा है।’
बता दें कि हाल के दिनों बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड सहित देश के कई राज्यों में मॉब लिंचिंग की दर्दनाक घटनाएं हुई हैं। झूठी अफवाहों पर भरोसा कर भीड़ ने कितनों को मौत के घाट उतार दिया तो कइयों को घायल कर दिया। अब देश भर में इस बात की चर्चा हो रही है कि आखिर कैसे अचानक इतने लोग किसी एक मकसद से इकट्ठा होकर किसी व्यक्ति की जान लेने पर आमादा हो जाते हैं?