नई दिल्ली। पिछले 19 टेस्ट मैचों से अपराजित चली आ रही मेजबान भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उम्मीदों से उलट प्रदर्शन करते हुए महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में तीसरे दिन शनिवार(25 फरवरी) को ही 333 रनों से करारी शिकस्त दी। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है।
चौथी पारी में भारत को जीत के लिए 441 रन चाहिए थे और उसके पास तकरीबन ढाई दिन का समय था। लेकिन जीत के लिए मिले 431 रन का पीछा करते हुए मैच के तीसरे ही दिन भारत की पारी 107 रन पर सिमट गई।
कमतर आंकी जा रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने टीम इंडिया को 13 साल बाद उसके ही घर में हरा दिया। इससे पहले वह इंडिया से अक्टूबर, 2004 में जीती थी। ऑस्ट्रेलिया की स्पिन जोड़ी स्टीव ओकीफ और नाथन लॉयन ने भारतीय टीम को 33.5 ओवरों में 107 रनों पर ही ढेर कर टीम को शानदार जीत दिलाई।
बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाद ओकीफ ने छह विकेट लिए, उन्होंने पहली पारी में भी छह विकेट लिए थे। इस मैच में उन्होंने पहली बार दस से ज्यादा विकेट लिए हैं। उन्हे मैन ऑफ द मैच चुना गया। नेथन लायन ने इस पारी में चार विकेट लिए। लॉयन को पहली पारी में एक विकेट मिला था।
यह भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रनों के लिहाज से तीसरी सबसे बड़ी हार है और टेस्ट इतिहास में रनों के लिहाज से चौथी सबसे बड़ी हार है। यह भारत की घर में रनों के लिहाज से दूसरी सबसे बड़ी हार है। भारतीय टीम के लिए उसकी घर में सबसे बड़ी ताकत स्पिन के दम पर ही ऑस्ट्रेलिया ने उसे उसके घर में न भूलने वाली हार दी।
लंच के बाद 441 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को पारी के पांचवें ओवर में ही लग गया, जब ओपनर मुरली विजय (2) पहली पारी की ही तरह जल्दी लौट गए। इसके बाद लोकेश राहुल भी 10 रन बनाकर नैथन लियोन का शिकार हो गए।
फिर कीफी ने टीम इंडिया को विराट कोहली के रूप में सबसे बड़ा झटका दिया। वह भी उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया। इसके बाद पुजारा ने रहाणे के साथ 30 रन जोड़े, लेकिन रहाणे साथ नहीं दे पाए और उनको भी कीफी ने 18 रन पर कैच करा दिया। टीम इंडिया ने 89 रन पर पांचवां विकेट खोया। इसके बाद तो तू चल मैं आया वाली स्थिति बन गई और 18 रन के अंतराल पर ही 5 विकेट गिर गए और टीम 107 रन पर सिमट गई।