बीजेपी का दामन छोड़ आशीष देशमुख ने भी थामा कांग्रेस का हाथ

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पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है। पिछले दिनों बीजेपी से नाता तोड़ने वाले बाड़मेर जिले में शिव सीट से विधायक एवं पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह बुधवार(17 अक्टूबर) को कांग्रेस में शामिल हो गए।

कांग्रेस में शामिल होने के बाद मानवेंद्र सिंह ने कहा कि आज सुबह मैं राहुल गांधी से मिला और उन्होंने पार्टी में मेरा स्वागत किया। मुझे विश्वास है कि मेरे समर्थक मेरा समर्थन जारी रखेंगे।

फाइल फोटो: आशीष देशमुख

समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत, राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट और पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में मानवेंद्र सिंह ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।

मानवेंद्र सिंह के अलावा महाराष्ट्र विधानसभा सभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले बागी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता आशीष देशमुख भी कांग्रेस में शामिल हुए। कांग्रेस में शामिल होने से पहले मानवेंद्र सिंह ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की।

भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेताओं का कांग्रेस में स्वागत करते हुए अशोक गहलोत ने कहा, ‘मानवेंद्र सिंह और आशीष देशमुख बीजेपी छोड़कर शामिल हुए हैं। देश में तानाशाही चल रही है। सिर्फ दो लोगों अमित शाह और नरेंद्र मोदी का शासन चल रहा है। बीजेपी में लोग परेशान हैं, बीजेपी के बहुत सारे नेता कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं।’ गहलोत ने आरोप लगाया कि जसवंत सिंह का बीजेपी ने अपमान किया है।

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा सभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले बागी बीजेपी नेता आशीष देशमुख ने अभी हाल ही में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी नीत राज्य सरकार ने ‘पंगुता जैसी स्थिति’ पैदा कर दी है। विदर्भ क्षेत्र के काटोल निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि देशमुख ने बृहस्पतिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को अपना त्यागपत्र भेजा। उन्होंने महाराष्ट्र में खासकर विदर्भ में बेरोजगारी, किसानों, दलितों, अल्पसंख्यकों की परेशानियों जैसे मुद्दों के समाधान में बीजेपी नीत सरकार की विफलता को पार्टी छोड़ने की वजह बताया।

रिपोर्ट के मुताबिक, अमित शाह को लिखे 4 पेज के पत्र में देशमुख ने कहा है कि केंद्र व राज्य सरकार जनता को दिए गए वादे पूरा करने में असफल रही है। सरकार की विफलता के कारण उन्हें बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ रहा है। इस्तीफा पत्र की एक कापी प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे को भी भेजी है।

बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र ने बीजेपी और वसुंधरा राजे से नाराज़गी के बाद 22 सितंबर को पार्टी से औपचारिक रूप से नाता तोड़ लिया था। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए ये किसी बड़े झटके से कम नहीं है।

मानवेंद्र ने रविवार को ऐलान किया था कि वे 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि उनके साथ उनके परिवार के सभी लोग कांग्रेस का समर्थन करेंगे। लेकिन उनके पिता के कांग्रेस में शामिल होने पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। बता दें कि बाड़मेर की राजनीति में जसवंत-मानवेंद्र का बड़ा दखल रहा है।

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