ऑल इंडिया मज्लिस ए इतेहदुल मुसलिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद और राम मंदिर से जुड़े विवादित स्थल को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) पर हमला बोला है। उन्होंने इस पूरे मामले से जुड़े केस की सुनवाई और गवाहों के अपने बयानों से मुकरने पर सवाल उठाया है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि लखनऊ से मिल रही रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ बयान देने के लिए कोई भी गवाह सामने नहीं आ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं जो भी सामने आ रहा है वह अपने बयान से पलट रहा है।
उन्होंने आरएसएस के उस बयान पर भी सवाल उठाया जिसमें आरएसएस ने राम मंदिर के निर्माण से जुड़ा बयान दिया था। ओवैसी ने पूछा कि जब मामला सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में चल रहा है तब कैसे आरएसएस ने मंदिर निर्माण की तारीख 17 अक्टूबर 2018 घोषित कर दी है।
उन्होंने पूछा कि आखिर कैसे RSS इतना आश्वस्त है कि फैसला उनके पक्ष में ही आएगा। उन्होंने कहा कि यह मामला मंदिर और मस्जिद का नहीं है, यह मामला जमीन के मालिकाना हक से जुड़ा है।
बता दें कि, अभी कुछ दिनों पहले असदुद्दीन ओवैसी ने फिल्म ‘पद्मावत’ के बहाने एक बार फिर से बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था। ओवैसी ने कहा कि, जो कुछ भी हो रहा है यह और कुछ नहीं बल्कि BJP के द्वारा की जा रही ‘पकौड़ा’ राजनीति है, प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी ने इन विरोध करने वाले लोगों के सामने सरेंडर कर दिया है, उनके पास 56 इंच का सीना केवल मुस्लिमों के लिए है।
बता दें कि, पिछले हफ्ते दक्षिण मुंबई के नागपाड़ा इलाके में एक रैली को संबोधित करने के दौरान असदुद्दीन ओवैसी पर एक अज्ञात शख्स ने जूता फेंक दिया था। पुलिस ने बताया कि हालांकि इस घटना में सांसद को जूता नहीं लगा।