भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में सोमवार (14 मई) को किडनी प्रतिरोपण हुआ जो सफल रहा।

समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, एम्स की मीडिया एवं प्रोटोकॉल डिविजन की प्रमुख आरती विज ने एक बयान में कहा कि, वित्त मंत्री अरूण जेटली की प्रतिरोपण सर्जरी सफल रही। जेटली और उनको किडनी दान करने वाले दोनों का स्वास्थ्य स्थिर है और सुधार हो रहा है।
किडनी की बीमारी से ग्रस्त केन्द्रीय मंत्री का पिछले एक महीने से डायलिसिस हो रहा था। सूत्रों ने अनुसार, अपोलो के गुर्दा प्रतिरोपण विशेषज्ञ डॉ संदीप गुलेरिया और उनके भाई एवं एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया भी प्रतिरोपण करने वाली टीम का हिस्सा थे। दोनों जेटली के पारिवारिक मित्र हैं।
अगले सप्ताह होने वाले 10वें भारत-ब्रिटेन आर्थिक और वित्तीय वार्ता के लिए लंदन जाने का अपना कार्यक्रम रद्द मंत्री ने रद्द कर दिया है। छह अप्रैल को एक ट्वीट के जरिए उन्होंने अपनी बीमारी की पुष्टि की थी। कई साल पहले जेटली के हृदय का आपरेशन हो चुका है।
बता दें कि, पिछले दिनों नेशनल हेराल्ड ने अपनी ख़बर में बताया था कि तीन साल पहले अरुण जेटली की बैरियाट्रिक सर्जरी (चर्बी घटाने का इलाज) हुई थी और इससे रिकवर करने में उन्हें काफी समय लगा था। जेटली गंभीर डायबिटीज़ के भी मरीज़ हैं और अकसर उनकी तबीयत खराब होती रही है।
उनकी बीमारी को लेकर इस साल जनवरी से काफी चर्चाएं उस समय शुरु हो गईं, जब वे दावोस में हुए विश्व आर्थिक मंच के सम्मेलन में हिस्सा लेने प्रधानमंत्री के साथ नहीं गए थे। हालांकि, अधिकारिक तौर पर कहा गया था कि, वित्त मंत्री बजट तैयार करने में व्यस्त हैं, इसलिए वे दावोस नहीं गए।