प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन में हमेशा खड़े दिखाई देने वाले बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अनुपम खेर ने प्रवासी मजदूरों के दुख को एक कविता के जरिए साझा करने की कोशिश की। इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया। हालांकि, अपने इस वीडियो को लेकर अनुपम खेर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए, लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरु कर दिया।

दरअसल, कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए लागू किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद से घर लौटने वाले प्रवासी मजदूरों का सड़कों पर हुजूम उमड़ पड़ा। लॉकडाउन मजदूरों के लिए परेशानियों का सबब बनता जा रहा है, घर वापसे जाते समय मजदूर तमाम तरह की दिक्कतों का सामने करने को मजबूर हैं। इस बीच, अनुपम खेर ने ऐसे ही मजदूरों के दुख को सामने लाने के लिए एक वीडियो शेयर किया, इसमें वह कविता पढ़ते दिखते हैं।
कविता में उन्होंने लिखा है, हो गया मजबूर इंसान दाने-दाने के लिए, चार कंधे भी नहीं अर्थी उठाने के लिए। छोड़कर आए पिछड़ा बोलकर जो गांव को, किस कदर मजबूर हैं वो गांव जाने के लिए। वे हमें पानी पिलाने को भी राजी नहीं, खून बनाया है हमने जिनके कारखाने के लिए, मौत बस तू ही बची है अब आजमाने के लिए।
एक मिनट 13 सेकंड के इस वीडियो में अनुपम खेर ने यूं तो प्रवासियों के दुख को शब्दों में बहुत सही तरीके से पेश किया है। लेकिन अपने इस वीडियो को लेकर अनुपम खेर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए, लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरु कर दिया।
Their pain, their misery, their sufferance….
Why did it take us a pandemic to feel their agony??
Why didn’t we always value them??
Let’s come together to save them..
Let’s stand united to help them go back to their homes!! ? #MigrantWorkers #PoemByShadabZafarShadab pic.twitter.com/UBvPZjmbPz— Anupam Kher (@AnupamPKher) May 19, 2020
एक यूजर ने लिखा, “सरकार से सवाल करता कि उसने क्या किया इन गरीब मज़दूरों के लिए, तब लोगों को लगता कि चिन्ता है तुझे इन ग़रीबों की। यें तो ढोंग कर रहा तूं।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “चंदा मामा आप पोयम और शायरी करके बस ग़ालिब बनो उससे ज़्यादा कुछ नही कर सकते।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “आप रहने ही दें…. यह अभिनय का समय नहीं है…. आपकी छपास और दिखास की चाहत आपकी छवि को धूल कर रही है। आपको विपश्यना की घोर आवश्यकता है। चुप रहने की कृपा करें!” एक अन्य यूजर ने लिखा, “सर जी सरकार से पूछिए ,वंदे भारत इनके लिए भी।” बता दें कि, इसी तरह तमाम यूजर्स अभिनेता अनुपम खेर के इस ट्वीट पर अपन प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट
सरकार से सवाल करता कि उसने क्या किया इन गरीब मज़दूरों के लिए,तब लोगों को लगता कि चिन्ता है तुझे इन ग़रीबों की।
यें तो ढोंग कर रहा तूँ ?
— Jatinder Kumar ( Tony ) (@tonyJatinder9) May 19, 2020
आप रहने ही दें…. यह अभिनय का समय नहीं है….आपकी छपास और दिखास की चाहत आपकी छवि को धूल कर रही है। आपको विपश्यना की घोर आवश्यकता है।
चुप रहने की कृपा करें ! ?— suneeta mehan (@suneetamehan) May 20, 2020
अरे सब को पता है तु अच्छी एक्टिंग करता है
वाकेई अच्छा एकटर है— ABDUL SAMA (@MrIndia36743609) May 19, 2020
सर अभी शायरी का वक्त नहीं है अभी वक्त है आगे आकर कुछ मदद और होसला बढ़ाने की पर हम लोगों को पता है कि आप एक एक्टर हैं
हम कोई किसी पार्टी के नहीं बल्कि एक मजदूर हु ओर में इसी भीड़ का हिस्सा हु— Chandan Kumar (@Chandan47485438) May 20, 2020
@AnupamPKher चिचा,
क्या एक बार मोदी जी नहीं कह सकते
मेरे प्यारे मजदूर भाईयों,
मैं भी मजदूर हूँ।
Entire Politics करने से पहले, वनों में रहने से पहले, मैं भी मजदूर था, वडनगर स्टेशन पर मैं कोयला, लोहा चुगते समय कई बार मरते मरते बचा, मैं तुम सबका दुख समझता हूँ।#आत्मनिर्भर_भारत— True Indian (@TrueInd26978997) May 19, 2020
आ गए गरीबों कि लाश पर
मज़ा लेने
अब याद आई है ५५ दिन से ए सी में बैठ कर अब गरीबों का मजाक उड़ाने आ गए
धिक्कार है।— Mahendra singh (@mahi955955) May 19, 2020
कितना दर्द हो रहा है पर इन high profile नागरिकों में से ज़्यादातर इनके समेत एक दिन भी सड़क पे किसी की सहायता करते नज़र नही आए..सिर्फ़ कुछ एक को छोड़ के..आज दर्द दिखा रहे हैं @kashilalgaon @AnumaVidisha @SanyogitaAdv @MonikaSingh__
— राजीव ओझा (@rajeevsinghamm) May 20, 2020
कुछ दान कर दे यही समय है अपने पापों की सजा कम करने की। चाटने की सजा कम करने की। किसी भूखे को खाना ही खिला दे या बकवास ही करता रहेगा अपने गुरु के माफिक
— मंदिर_का_घंटा_उर्फ_अमीश_देवगन (@ssawasthi) May 19, 2020