घोटाले में घिरे पंजाब एंड महाराष्ट्र को-आपरेटिव (पीएमसी) बैंक के एक और खाताधारक की हार्ट अटैक से मौत की बात सामने आई है। पीएमसी बैंक की 64 वर्षीय जमाकर्ता की पड़ोसी नवी मुंबई में दिल का दौरा पड़ने के कारण मौत हो गई। उनके परिवार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

बैंक में कथित रूप से 4,355 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आने और आरबीआई द्वारा धन निकासी पर लगाए प्रतिबंधों के बाद कुलदीप कौर विज (64) पीएमसी बैंक की सातवीं जमाकर्ता हैं जिनकी मौत हो गई है। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नवी मुंबई के खारघर इलाके में सेक्टर 10 में रहने वाली कौर की मंगलवार रात को एक अस्पताल में मौत हो गई।
उनके पति वरिंदर सिंह विज (74) ने बताया कि वह बैंक में अपना पैसा फंसे होने को लेकर चिंतित थी और टीवी पर जमाकर्ताओं के प्रदर्शन के बारे में खबरें देखने के बाद थोड़ा तनाव में थीं। उन्होंने बताया कि कौर को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
जीटीबी नगर में गुरु तेग बहादुर हाई स्कूल में कोच के तौर पर काम करने वाली विज का पीएमसी बैंक में वेतन का खाता था। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास स्वास्थ्य बीमा की किश्त चुकाने के लिए पैसे नहीं थे। अभी तक सात जमाकर्ताओं की मौत हो चुकी है। बैंक को और कितनी मौतों की जरूरत है?’
बता दें कि, बैंक के कुछ अधिकारियों पर फर्जी तरीके से कर्ज बांटने के लिए निजी कंपनी एचडीआईएल के साथ साठगांठ करने का आरोप है। इससे बैंक को 4,355 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। अब हजारों खाताधारक अपने पैसे निकाल पाने में असमर्थ हैं। पीएमसी बैंक के डूबने की खबरें फैलते ही लोग पैसे निकालने के लिए बैंक में उमड़ पड़े है। पंजाब एंड महाराष्ट्र को ऑपरेटिव बैंक में ग्राहकों का 11500 करोड़ रुपया जमा है।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने बैंक के तीन शीर्ष अधिकारियों और रियल्टी समूह एचडीआईएल के दो प्रमोटरों को इस घोटाले में गिरफ्तार किया है।