मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर जारी आंदोलन के बीच एक और किसान ने खुदकुशी कर ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का मंगलवार को 48वां दिन है।

नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, किसान ने सूइसाइड नोट लिखकर अपनी लाइसेंसी राइफल से खुद को गोली मार ली। किसान की पहचान नसीब सिंह के रूप में हुई है जो पंजाब के फिरोजपुर के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह पाठ करने के बाद किसान नसीब सिंह ने लाइसेंसी 12 बोर की राइफल से खुद को गोली मार ली। उन्होंने एक सूइसाइड नोट भी लिखा है।
बता दें कि, इससे पहले सोमवार को एक किसान ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था जिनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। सोमवार को कृषि कानूनों की वापसी को मांग को लेकर आत्महत्या करने वाले किसान की पहचान लाभ सिंह के रूप में हुई थी। वह लुधियाना के रहने वाले थे। कई दिन से धरनास्थल पर मौजूद थे। देर शाम को उन्होंने स्टेज के पास जाकर जहर निगल लिया और जान दे दी।
बता दें कि, पिछले डेढ़ महीने से जारी आंदोलन में अब तक कई किसान अपनी जान दे चुके हैं। किसान सरकार के रवैये से नाराज हैं। किसानों के साथ केंद्र सरकार लगातार वार्ता कर समस्या को सुलझाने का प्रयास कर रही है।
गौरतलब है कि, पंजाब, हरियाणा और देश के कुछ अन्य हिस्सों से आए हजारों किसान कड़ाके की ठंड के बावजूद एक महीने से अधिक समय से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दी जाए।