VIDEO: मुस्लिमों पर विवादित टिप्पणी कर फंसीं मेनका गांधी ने अब अपने आईटी सेल पर निकाली भड़ास, वीडियो वायरल

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केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मेनका गांधी ने सुल्तानपुर की एक चुनावी सभा में मुस्लिम मतदाताओं के बारे में जो विवादास्पद बयान दिया है उस पर विवाद बढ़ गया है। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने मुस्लिम मतदाताओं से कहा है कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में उनके पक्ष में मतदान करें, क्योंकि मुसलमानों को चुनाव के बाद उनकी जरूरत पड़ेगी। पीटीआई के मुताबिक जिले के चुनाव अधिकारियों ने मेनका गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वहीं, दिल्ली में चुनाव आयोग भी मेनका के भाषण का परीक्षण कर रहा है।

इस बीच मेनका गांधी का एक नया वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह इस विवाद में ठीक से बचाव नहीं किए जाने को लेकर अपनी आईटी सेल के कर्मचारियों पर भड़ास निकालती हुईं दिख रही हैं। केंद्रीय मंत्री मुस्लिमों पर दिए अपने बयान के वायरल होने के बाद आईटी सेल पर भड़क उठी हैं। उन्‍होंने अपने कर्मचारियों को आगाह करते हुए कहा हमारे आईटी सेल को सुधार करने की जरूरत है। बीजेपी नेता अपने आईटी सेल से इतना नाराज हो गईं कि उन्‍होंने यहां तक कह दिया कि उन्‍हें पता नहीं कि आईटी सेल की जरूरत है या नहीं।

मेनका ने कहा, ‘आईटी सेल ने कोई रिऐक्शन नहीं दिया। आईटी सेल ने न हमारा भाषण लिया और न कुछ किया। अब पता नहीं मुझे ऐसे आईटी सेल की जरूरत है भी या नहीं। आईटी सेल वाले पूरे दिन टिक-टिक करके हमारी तस्वीरें डालें, इससे इलेक्शन नहीं होगा। और आपलोग को जब भी लगे कि हम लोग शिकार बन जाएं और अभी तो शिकार शुरू ही हुआ है। मेरी जबान ऐसी ही घरेलू है। तो आप अपने आपको सुधारेंगे नहीं, तो कोई फायदा नहीं है आईटी सेल का…’

दरअसल, मेनका गांधी ने मुस्लिम मतदाताओं से कथित तौर कहा कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में उनके पक्ष में मतदान करें क्योंकि मुसलमानों को चुनाव के बाद उनकी जरूरत पड़ेगी। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहीं मेनका ने मुस्लिम बहुल क्षेत्र तूराबखानी में गुरूवार को आयोजित एक चुनावी सभा में कहा, ‘मैं लोगों के प्यार और सहयोग से जीत रही हूं लेकिन अगर मेरी यह जीत मुसलमानों के बिना होगी तो मुझे बहुत अच्छा नहीं लगेगा।’’

बीजेपी सांसद ने आगे नेता ने कहा, ‘‘इतना मैं बता देती हूं कि फिर दिल खट्टा हो जाता है। फिर जब मुसलमान आता है काम के लिये, फिर मै सोचती हूं कि नहीं रहने ही दो क्या फर्क पड़ता है। आखिर नौकरी भी तो एक सौदेबाजी ही होती है, बात सही है या नहीं?’ गांधी ने कहा, “मैं दोस्ती का हाथ लेकर आई हूं। चुनाव नतीजे आएंगे। उसमें 100 वोट या 50 वोट निकलेंगे। उसके बाद जब आप काम के लिए आएंगे तो वही होगा मेरे साथ। इसलिए जब आप मेरे ही हो तो क्यूं नहीं मेरे ही रहो।”

गांधी ने कहा, “पीलीभीत में जाकर मेरे काम को लेकर पूछ लीजिए कि वहां मैं कैसे सभी के लिए काम करती थी। अगर आपको मेरी जरा भी गुस्ताखी लगे तो वोट मत देना, लेकिन लगे कि जरूरत है तो वोट करना। अगर आपको लगे कि हम खुले हाथ और दिल के साथ आये हैं कि आपको कल मेरी जरूरत पड़ेगी। यह इलेक्शन तो मैं पार कर चुकी हूं अब आपको मेरी जरूरत पड़ेगी।”

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