कर्नाटक में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले है, राज्य में चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस की बीच बयानों का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी बीच, कर्नाटक के सिरसी से भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के सांसद व केंद्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने बुधवार(14 फरवरी) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि, आजकल ‘फर्जी हिंदुत्ववादी’ पैदा हो रहे हैं और राहुल के कर्नाटक दौरों से राज्य के लोगों का अच्छा मनोरंजन होगा।
जनसत्ता.कॉम में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कन्नड़ जिले के सिरसी में पत्रकारों से बातचीत में हेगड़े ने कहा कि, ‘राहुल गांधी जितनी बार कर्नाटक आएंगे, उतना अच्छा होगा, क्योंकि कर्नाटक के लोगों को अच्छा मनोरंजन मिलेगा। इसके साथ ही, कर्नाटक बीजेपी को भी इससे मजबूत होने का मौका मिलेगा।’
बीजेपी नेता ने कहा कि, ‘कर्नाटक के लोगों को और अधिक मनोरंजक कार्यक्रमों की अपेक्षा है।’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘आज खोटा हिंदूवादी पैदा हो रहे हैं। मुझे वाकई खुशी होती है कि जब राष्ट्रवाद को भुलाया जा रहा है, क्या यह फर्जी राष्ट्रवाद है…सिद्धारमैया और राहुल ने कम से कम यह याद रखना तो शुरू कर दिया कि वे हिंदू हैं।’
उन्होंने आगे कहा कि, हिंदुत्व या राष्ट्रवाद की बातें करना ही काफी नहीं है, इसे अमल में लाएं और तभी आप इस खून का सम्मान करेंगे। बता दें कि, हेगड़े ने राहुल पर हमला ऐसे समय में बोला है जब हाल के गुजरात विधानसभा चुनावों और मंगलवार को ही संपन्न हुए उनके कर्नाटक दौरे के दौरान उन्हें मंदिरों में पूजा-अर्चना करते देखा गया।
राहुल ने कर्नाटक में अपने प्रचार के पहले चरण में मंगलवार को उत्तर कर्नाटक के जिलों में चार दिन के दौरे का समापन किया। इस दौरान वह मंदिरों, मठों और दरगाहों में गए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 24 फरवरी से राज्य के दौरे का दूसरा चरण शुरू करेंगे।
गौरतलब है कि, कर्नाटक में इस साल विधानसभा चुनाव होने है और राज्य में चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस की बीच बयानों का सिलसिला शुरू हो गया है।
गौरतलब है कि, अनंत हेगड़े ने कर्नाटक के कोप्पल जिले के यलबुर्गा में ब्राह्मण युवा परिषद और महिलाओं के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कथित तौर पर कहा था कि, ‘जो लोग धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील होने का दावा करते हैं, उन्हें अपने मां-बाप और उनके खून के बारे में जानकारी ही नहीं होती है।
मुझे बहुत खुशी होगी यदि कोई व्यक्ति खुद की पहचान मुस्लिम, ईसाई, ब्राह्मण, लिंगायत या हिंदू के तौर पर करता है। इस तरह की पहचान से आत्मसम्मान हासिल होता है। समस्या तब उत्पन्न होती है जब कोई खुद को धर्मनिरपेक्ष कहता है।’
साथ ही कहा कि इस सोच के साथ संविधान में बदलाव भी किया जा सकता है और इसीलिए हमलोग यहां हैं। बता दें कि, उनके इस बयान पर खूब हंगामा हुआ था जिसके बाद उन्होंने माफी मांग ली थी।