दिल्ली के मुख्मंत्री अरविंद केजरीवाल जीवन पर आधारित फिल्म ‘ऐन इनसिग्निफिकेंट मैन’ 17 नवंबर को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म को अमेरिकी मीडिया कंपनी वॉइस ने बनाया है। खुशबू रांका और विनय शुक्ला द्वारा निर्देशित यह एक नॉन फिक्शन राजनीतिक फिल्म है, जो सामाजिक कार्यकर्ता से लेकर राजनेता बने अरविंद केजरीवाल के भारतीय राजनीतिक क्षितिज पर उदय को दर्शाती है। इस फिल्म को अमेरिका की मीडिया कंपनी वॉइस बड़े स्तर पर लॉन्च करेगी। न्यूज एजेंसी IANS ने मुताबिक, इस फिल्म को ‘मास्टरपीस’ बताते हुए वॉइस ने घोषणा की है कि अब वह फिल्म को पूरे भारत और अंतराष्ट्रीय स्तर पर रिलीज करने कि लिए निर्माता आनंद गांधी की मेमिसिस लैब के साथ साझेदारी करेंगे।
वॉइस डॉक्यूमेंट्री फिल्म्स के कार्यकारी निर्माता जेसन मोजिका ने कहा कि ‘मैंने ‘ऐन इनसिग्निफिकेंट मैन’ टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल 2016 में देखी और मुझे लगा कि यह फिल्म मार्शल करी की ‘स्ट्रीट फाइट’ के बाद जमीनी राजनीति पर बनी सबसे बेहतरीन डॉक्यूमेंट्री फिल्म है।’
मोजिका ने कहा कि ‘हम पिछले कुछ महीनों से इस फिल्म पर फिल्म निर्माताओं और सेंसर बोर्ड के बीच की लड़ाई पर करीब से नजर रखे हुए थे। वॉइस हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे स्वतंत्र फिल्म निमार्ताओं को सहयोग करता रहेगा।’
उन्होंने आगे कहा कि ‘हम ‘ऐन इनसिग्निफिकेंट मैन’ को विश्वभर में अपने दर्शकों के समक्ष इसलिए ला रहे हैं, क्योंकि हम मानते हैं कि यह किसी भी व्यक्ति के लिए एक अत्यधिक प्रासंगिक फिल्म है जो अपने राजनीतिक प्रणालियों में समस्याओं को देखता है और जिसमें व्यक्तिगत रूप से चीजों को बदलने की कोशिश करने का जज्बा दिखता है।’
VICE presents: An Insignificant Man.
We are finally releasing in India! Watch it in theaters on 17th November. #Nov17AIM pic.twitter.com/oXUejYA6hu
— An Insignificant Man (@aimthemovie) October 12, 2017
हालांकि सौदे की शर्तों का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन कयास लगाया जा रहा है कि यह फिल्म 22 से ज्यादा देशों में दिखाई जाएगी। मेमिसिस लैब के आनंद गांधी ने कहा कि भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली बार एक ऐसी फिल्म दिखाई जाएगी, जिसे देखकर लोग समझ पाएंगे कि राजनीतिक दलों में बंद दरवाजों के पीछे क्या होता है।
बता दें कि इस फिल्म पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी को ऐतराज था। उन्होंने फिल्म रिलीज करने के लिए फिल्म निर्माताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और अरविंद केजरीवाल से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) लाने को कहा था। अंत में, फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण ने फिल्म को मंजूरी दे दी।