उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार(17 मार्च) को एक कार्यक्रम में कहा कि बीजेपी सरकार सरकार यूपी को ‘बीमारू’ के ठप्पे से मुक्ति दिलाएगी और अब भारतीय राजनीति में विकास ही आगे का रास्ता है। साथ ही शाह ने यह भी कहा कि वह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सलाह देने का काम कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
दरअसल, इंडिया टुडे कॉनक्लेव में जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से सवाल किया गया कि क्या वे राहुल गांधी के सलाहकार बनना चाहेंगे? इसके जवाब में शाह ने कहा कि वे राहुल गांधी के सलाहकार कभी नहीं बनना चाहेंगे। कांग्रेस के नेतृत्व में कमजोरी से यूपी चुनाव में सफलता मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीजेपी प्रतिद्वंदियों की कमजोरी पर निर्भर नहीं रहती।
अमित शाह ने कहा कि वह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सलाह देने का काम कभी स्वीकार नहीं करेंगे। उनसे जब पत्रकार ने पूछा कि हाल के चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद यदि उनसे राहुल गांधी को सलाह देने को कहा जाए तो वह क्या करेंगे? इस पर शाह ने कहा कि मैं यह काम कभी स्वीकार नहीं करूंगा। उनसे जब पूछा गया कि क्या उन्हें और पीएम मोदी को चिंता करने की तब तक कोई जरूरत नहीं है, जब तक कांग्रेस का नेतृत्व राहुल गांधी कर रहे हैं, तो शाह ने कहा कि हम अपने प्रतिद्वंद्वियों की कमजोरी पर निर्भर नहीं रहते।
कार्यक्रम के दौरान शाह ने कहा कि बीजेपी अब 2019 के साथ-साथ गुजरात, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में आने वाले समय में होने जा रहे विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटने वाली है। उन्होंने कहा कि हम इन राज्यों में होने वाले चुनावों की तैयारी कर रहे हैं। अभी देश के 58 फीसदी क्षेत्रफल में भाजपा की राज्य सरकारें हैं। केंद्र में हमारी सरकार होने के अलावा हमारे गठबंधन सहयोगियों को मिलाकर देश के 65 फीसदी क्षेत्रफल पर हमारी सरकारें हैं।