कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। पेट्रोल और डीज़ल की कीमत सातवें आसमान पर पहुंच गई है। पेट्रोल और डीजल के दाम में मंगलवार (23 मई) को भी बढ़ोत्तरी का दौर जारी रहा। दिल्ली में मंगलवार को डीजल का दाम 26 पैसे की बढ़ोतरी के साथ 68 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गया। वहीं, पेट्रोल के दाम में भी 30 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।दिल्ली में डीजल 68.08 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल 76.87 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। पेट्रोल और डीजल की सबसे अधिक कीमत मुंबई में है। यहां पर पेट्रोल 84.70 रुपये तथा डीजल 72.48 रुपये प्रति लीटर है, जबकि कोलकाता में डीजल 70.63 रुपये तथा पेट्रोल 79.53 रुपये प्रति लीटर है। वही चेन्नई में डीजल की कीमत 71.87 रुपये तथा पेट्रोल 79.79 प्रति लीटर है।
पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी का असर घरेलू स्तर पर भी देखने को मिल रहा है। तेल कंपनियां विश्व बाजार के आधार पर रोजाना तेल की कीमत तय करती हैं। इससे पहले दिल्ली में सोमवार को पेट्रोल की कीमत 76.57 रुपए प्रति लीटर थी, जो अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर है। इससे पहले दिल्ली में 14 सितंबर, 2013 को पेट्रोल का दाम 76.06 रुपए प्रति लीटर पहुंचा था।
पेट्रोल की कीमतों पर अमित शाह का अजीबोगरीब बयान
कर्नाटक के घटनाक्रम को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार (21 मई) को दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कांग्रेस सहित विपक्ष की एकजुटता की पहल को खास तवज्जो नहीं देते हुए अमित शाह ने कहा कि उनकी पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में बड़े बहुमत से जीतेगी। उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भी विपक्षी दल अलग अलग राज्यों में बीजेपी के खिलाफ लड़े थे और उनकी पार्टी तब भी जीती थी और यही बात 2019 में होगी जब वह उससे भी बड़े बहुमत से जीतेगी।
शाह ने कहा, ‘‘कर्नाटक के इस घटनाक्रम के बाद अब कांग्रेस ने अपनी हार को जीत बताने का एक नया तरीका खोज लिया है। मैं उम्मीद करता हूं कि जीत की यह नई परिभाषा 2019 तक जारी रहेगी और विपक्षी पार्टी की जीत की यही व्ख्याख्या रही तो 2019 में बीजेपी को कोई परेशानी नहीं होगी।’’ बीजेपी के खिलाफ देशभर में विपक्ष की एकजुटता की पहल के बारे में एक सवाल के जवाब में बीजेपी अध्यक्ष ने सवाल किया कि ममता बनर्जी कर्नाटक में क्या करेंगी, अखिलेश यादव मध्य प्रदेश में क्या करेंगे, राहुल पश्चिम बंगाल में क्या करेंगे?
कर्नाटक में कांग्रेस जद एस गठबंधन को एक अपवित्र गठजोड़ करार देते हुए अमित शाह ने कहा कि यह जनता के साथ धोखा है, क्योंकि जनता ने कांग्रेस के खिलाफ और बीजेपी के पक्ष में जनादेश दिया था। शाह ने यहां बीजेपी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ राज्य की जनता ने वोट किया। कर्नाटक में बीजेपी के सरकार बनाने का दावा पेश करने को लेकर कुछ दल दुष्प्रचार कर रहे हैं। लेकिन ‘क्या सबसे बड़ी पार्टी होकर दावा करना गलत है’।’’ उन्होंने कहा कि अगर हम सरकार बनाने का दावा नहीं पेश करते तो यह कर्नाटक के लोगों के जनादेश के खिलाफ होता।
हालांकि इस दौरान जब पत्रकारों ने अमित शाह से जब पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों पर सवाल किए तो उन्होंने अजीबोगरीब जवाब दिए। एनडीटीवी के संवाददाता अखिलेश शर्मा ने जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से पूछा कि कर्नाटक चुनाव के समय पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर थे लेकिन अब उसमें तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है, इस पर अमित शाह ने कहा, ”मैं आपका (मीडिया) एजेंडा जानता हूं। मैं इस पर भी जवाब दूंगा। लेकिन आज मैं केवल कर्नाटक के विषय में बात कर रहा हूं।”
When asked why Petrol-Diesel prices were stable during Karanataka polls but now skyrocketed, Bjp president @AmitShah replied: “I know your (media) agenda. We will reply this also. But today I am talking only about Karnataka!!”
— Akhilesh Sharma अखिलेश शर्मा (@akhileshsharma1) May 21, 2018
दरअसल, अमित शाह की प्रेस कांफ्रेंस के बाद पत्रकारों ने कर्नाटक की सियासत, सबसे बड़ी पार्टी, गोवा, मणिपुर समेत कई मुद्दों पर सवाल किया। इसी दौरान एनडीटीवी के अखिलेश शर्मा ने अमित शाह से पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर सवाल किया। अखिलेश शर्मा ने पूछा कि कर्नाटक चुनाव के दौरान पेट्रोल एवं डीजल के दाम स्थिर थे लेकिन जैसे ही चुनाव समाप्त हुआ इसके दाम फिर से बढ़ने लगे। ऐसा क्यों? अमित शाह ने अखिलेश शर्मा के सवाल के जवाब में कहा, ‘मैं आपका (मीडिया) एजेंडा जानता हूं। मैं इस पर भी जवाब दूंगा। लेकिन आज मैं केवल कर्नाटक के विषय में बात कर रहा हूं।’
बता दें कि कर्नाटक में चुनाव के बाद से इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम ने पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ानी शुरू कर दी हैं। इससे पहले 19 दिनों तक कीमतों को स्थिर रखा गया था। सार्वजनिक तेल कंपनियों ने कर्नाटक में चुनावी प्रक्रिया के दौरान 19 दिन के विराम के बाद 14 मई को कीमतों में दैनिक संशोधन को बहाल किया। इसके बाद से इनकी कीमत में लगातार बढ़ोतरी जारी है।
Amit Shah's first press conference after BJP government falls in Karnataka
Amit Shah's first press conference after BJP government falls in Karnataka
Posted by Janta Ka Reporter on Monday, 21 May 2018