इस समय देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) खुद सवालों के घेरे में है। सीबीआई के दो सीनियर अधिकारी एक दूसरे के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। सीबीआई में आतंरिक कलह के मद्देनजर मोदी सरकार ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सीबीआई निदेशक आलोक कुमार वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया। वहीं संयुक्त निदेशक एम नागेश्वर राव को तत्काल प्रभाव से अंतरिम निदेशक नियुक्त कर दिया है।
सीबीआई में छिड़े घमासान के बीच अब हर रोज कुछ न कुछ नया मोड़ आ रहा है। गुरुवार (25 अक्टूबर) की सुबह छुट्टी पर भेजे गए CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा के घर के बाहर उस समय हंगामा मच गया था जब इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के चार अफ़सरों को आलोक वर्मा के सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा था। फिर उनका कॉलर पकड़ कर घसीटते हुए अंदर ले गए थे। जिसका एक वीडियो भी सामने आया था, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
ख़बरों के मुताबिक, ये चारों देर रात से आलोक वर्मा के घर के बाहर घूम रहे थे। घंटों तक दिल्ली पुलिस ने इनसे पूछताछ की और फिर छोड़ दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कहा जा रहा था कि आईबी के अफसर आलोक वर्मा की कथित तौर पर जासूसी कर रहे थे। हालांकि, आईबी की तरफ से कहा गया कि अफसर अपने रुटीन ड्यूटी पर थे।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, छुट्टी पर भेजे गए CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा के घर के बाहर इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) अफसरों से बदसलूकी को लेकर IB चीफ़ ने अजीत डोवाल से शिकायत की है। वहीं, आलोक वर्मा की सुरक्षा में तैनात दो PSO का दिल्ली पुलिस ने ट्रांसफ़र कर दिया है। दोनों का तबादला अज्ञात जगह पर किया गया है।
बता दें कि सीबीआई में आतंरिक कलह के मद्देनजर मोदी सरकार ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया है। वहीं संयुक्त निदेशक एम नागेश्वर राव को तत्काल प्रभाव से अंतरिम निदेशक नियुक्त कर दिया है। ओडिशा कैडर के 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी राव ने मंगलवार रात ही पदभार संभाल लिया।