उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता और शिक्षा व्यवस्था पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं। वहीं दूसरी ओर शिक्षा के गिरते स्तर को सुधारने के लिए राज्य सरकार कई उपाय कर रही है। इसी बीच इलाहाबाद के एक प्राथमिक स्कूल में बच्चों से मजदूरी कराने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बाल दिवस पर स्कूली बच्चों से ड्रेस में उनसे मजदूरी कराए जाने का यह वीडियो इलाहाबाद शहर से तकरीबन पैंतालीस किलोमीटर दूर जसरा ब्लाक के कंजासा प्राइमरी स्कूल का बताया जा रहा है। वायरल हो रहें इस वीडियो में मासूम बच्चे स्कूल के अंदर ईंट और मिट्टी ढोते देखे जा रहे हैं। वीडियो में कुछ बच्चे ईंटों को तोड़कर बाल्टी में भरकर ले जा रहे हैं।
कुछ बच्चों को घास छीलने के काम में लगाया गया तो कुछ को गड्ढा साफ़ करने के काम में लगाया गया है। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके साथ ही बीएसए को स्कूल के हेडमास्टर के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
ख़बरों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि स्कूल में कोई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नहीं है इसलिए वहां के हेडमास्टर व टीचर्स ने इस काम में मासूम बच्चों को लगा दिया। वीडियो वायरल होने के बाद इलाहाबाद के सीडीओ सैमुअल पाल ने इस मामले में स्कूल के हेडमास्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने का आदेश दिया है।
बता दें कि अभिभावकों अपने बच्चों को स्कूल में पढ़ने के लिए भेजते हैं लेकिन सरकारी स्कूलों के शिक्षकों ने मासूम बच्चों को बाल श्रमिक बना दिया है।
देखिए वीडियो
https://youtu.be/Qoym9uPfTXA