पड़ोसी राज्यों में खेतों में पराली जलाए जाने से उठने वाले धुएं और दिल्ली की नमी की वजह से राष्ट्रीय राजधानी बुधवार (8 नवंबर) को ‘गैस चैंबर’ में तब्दील हो गई। इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत आने लगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण का चेताने वाला स्तर कम करने के कदमों पर चर्चा करने के लिए पंजाब एवं हरियाणा में अपने समकक्षों के साथ बैठक करने की इच्छा जताई। इस संबंध में उन्होंने दोनों मुख्यमंत्रियों को एक पत्र भी लिखा है। दिल्ली में वायु की गुणवत्ता कल इस मौसम में सबसे खराब रही।पराली जलाने से पैदा हुए जहरीले धुएं और नमी के संयुक्त प्रभाव के कारण शहर ‘‘गैस चैम्बर’’ में तब्दील हो गया और लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई। इसके कारण अधिकारियों ने सिलसिलेवार कदम उठाते हुए प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने और पार्किंग शुल्क को चार गुना बढ़ाने की घोषणाएं कीं। शहर में बुधवार को भी धुंध की घनी चादर छाई रही जिसके कारण दृश्यता कम हो गई।
केजरीवाल ने ट्वीट किया,‘‘मैं पंजाब एवं हरियाणा के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर पराली जलाने के समाधान खोजने के लिए उनके साथ एक बैठक करने का अनुरोध कर रहा हूं।’’ भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने दिल्ली में जन स्वास्थ्य को लेकर आपात स्थिति बताते हुए सरकार से अपील की है कि स्कूलों में खुले में होने वाले खेलों और ऐसी अन्य गतिविधियों पर रोक लगाई जाए।
Am writing letters to CMs of Punjab and Haryana requesting them for a meeting to find solns to crop burning
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 8, 2017
दिल्ली सरकार ने बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और दमा एवं हृदय से जुड़ी अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों सहित ऐसे लोगों के लिए स्वास्थ्य परामर्श जारी किया है, जिनके इससे प्रभावित का खतरा अधिक है। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा की सरकारों से नाराजगी जताते हुए पूछा कि इस तरह के हालात बनने का पूर्वानुमान होने के बाद भी रोकथाम के लिए कदम क्यों नहीं उठाये गये।
भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने दिल्ली में सार्वजनिक स्वास्थ्य को लेकर आपात स्थिति बताते हुए सरकार से अपील की है कि स्कूलों में आउटडोर खेलों और ऐसी अन्य गतिविधियों पर रोक लगाई जाए। दिल्ली सरकार ने बच्चों, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं और दमा एवं हृदय से जुड़ी अन्य बीमारियों सहित ऐसे लोगों के लिए स्वास्थ्य परामर्श जारी किया है, जिनके इससे प्रभावित का खतरा अधिक है।
रविवार तक बंद रहेंगे दिल्ली के सभी स्कूल
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण के ‘‘असहनीय’’ प्रभाव के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने शहर के सभी स्कूलों को रविवार (12 नवंबर) तक बंद रखने की घोषणा की है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बिगड़ रही है।
उन्होंने कई ट्वीट कर कहा, ‘‘दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बिगड़ रही है। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य से समझौता नहीं किया जा सकता। रविवार तक दिल्ली के सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।’’ उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा है, ‘‘इस आदेश के तहत दिल्ली के सभी सरकारी और निजी स्कूल, सभी कक्षाएं, रविवार तक बन्द रहेंगी।’’
दिल्ली में हवा की स्थिति बिगड़ रही है। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य से समझौता नहीं किया जा सकता। रविवार तक दिल्ली के सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए हैं।
— Manish Sisodia (@msisodia) November 8, 2017
इस आदेश के तहत दिल्ली के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल, सभी क्लासेज, रविवार तक बन्द रहेंगे। https://t.co/28a2G0rIMW
— Manish Sisodia (@msisodia) November 8, 2017
इससे पहले सरकार ने कल निर्देश दिया था कि आज बुधवार को राजधानी में सभी प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे। उसने सभी स्कूली बच्चों के लिए खेल कूद जैसी गतिविधियां बंद रखने का भी आदेश दिया था। हवा की गुणवत्ता सूचकांक (एयर क्वालिटी इंडेक्स) के आज 500 के स्केल पर 448 पर पहुंचने के बाद यह फैसला लिया गया है।
सिसोदिया के कार्यालय से जारी आधिकारिक आदेश के अनुसार, ‘‘वायु प्रदूषण असहनीय हो गया है, जिससे सभी प्रभावित हो रहे हैं। इसने शहर को अपनी चपेट में ले लिया है। इसकी वजह हरियाणा और पंजाब में पराली जलाये जाने से लेकर वाहन तथा..विनिर्माण भी हो सकता है, लेकिन तथ्य यही है कि इससे दिल्ली के निवासियों की सेहत प्रभावित हो रही है।’’ आदेश में कहा गया है, ‘‘स्थिति की समीक्षा रविवार को की जाएगी।’’