समाजवादी पार्टी(सपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और इटावा के जसवंतनगर से विधायक शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार(5 मई) को नई राजनीतिक पार्टी बनाने का एलान कर दिया है। शिवपाल ने बताया कि उनकी नई पार्टी का नाम ‘समाजवादी सेक्युलर मोर्चा’ होगा। इस मोर्चे का अध्यक्ष सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव होंगे।
इस फैसले पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव का नाम लिए बिना कहा कि हम राजनीतिक लोग हैं, हम लोग आस्तीन के सांपों को पहचान लेते हैं। उन्होंने आगे कहा कि देश में एक ऐसी ताकत बनाने की जरूरत है, जो सेक्युलर हो और देश को विकास के रास्ते पर ले जाए।
Hum political log hain, humlog aasteen ke saanpon ko pehchaan lete hain: Akhilesh Yadav pic.twitter.com/uZmkePZ6Y6
— ANI UP (@ANINewsUP) May 5, 2017
दरअसल, सपा के दफ्तर में शुक्रवार को पार्टी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की मीटिंग थी, जिसमें कुछ संपेरे बीन बजाकर अपना हुनर दिखा रहे थे। इस पर एक पत्रकार ने जब जब अखिलेश से ये पूछा कि ये संपेरे बीन बजाकर सिर्फ पार्टी का प्रचार करेंगे या आस्तिन के सांप भी निकालेंगे।
#WATCH: Artistes perform in presence of Akhilesh Yadav at a meeting of Samajwadi Party's cultural cell in Lucknow. pic.twitter.com/aMKDLGfZIL
— ANI UP (@ANINewsUP) May 5, 2017
इस पर सपा मुखिया ने कहा कि संपेरों का हुनर झाडि़यों और बिलों में सांप निकालना है, लेकिन हम लोग राजनीतिक नेता हैं, आस्तिन के सांपों को पहचाने का हमारे पास हुनर है। अखिलेश ने बताया कि ये संपेरे बीन बजाकर पार्टी का प्रचार भी करेंगे।
बता दें कि शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को नई पार्टी बनाने का एलान करते हुए कहा कि नेताजी(मुलायम सिंह) को उनका सम्मान वापस दिलाना और समाजवादियों को एक साथ लाने के लिए इस मोर्चे का जल्द ही एलान होगा। बता दें कि अभी दो रोज पहले ही उन्होंने इटावा में इसके संकेत भी दिए थे।
दो दिन पहले ही 3 मई को शिवपाल यादव ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव को धमकी देते हुए कहा था कि अगर पार्टी की कमान मुलायम सिंह यादव को नहीं सौंपी गई तो वह नई पार्टी का गठन कर लेंगे। शिवपाल ने कहा कि अखिलेश यादव 3 महीने के अंदर नेता जी (मुलायम) को पार्टी की कमान सौंपने का अपना वायदा पूरा करें वरना मैं नई पार्टी बनाने के मकसद से धर्म निरपेक्ष मोर्चे का गठन करूंगा।
उन्होंने कहा था कि अखिलेश यादव ने 3 महीने का समय मांगा था और कहा था कि इस दौरान पार्टी और पद वापस नेता जी को सौंप दूंगा। अखिलेश अपना वायदा पूरा करें वरना हम भी नई पार्टी बनाने के लिए धर्मनिरपेक्ष मोर्चे का गठन करेंगे। उन्होंने कहा कि अखिलेश अब मुलायम को पद सौंपे और समाजवादी परिवार को जोड़ने का काम करें।