उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता इस बार बीजेपी को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है।

अखिलेश यादव ने रविवार (31 मार्च) को ट्वीट कर लिखा, “‘विकास’ पूछ रहा है: जहाँ सत्ताधारी पिछले 5 सालों से जनता को ‘अप्रैल फ़ूल’ बना रहे हैं, वहाँ एक दिन का क्या महत्त्व? लेकिन इस बार जनता फ़ूल बनाने वालों के फूल का रंग और होश उड़ाने के लिए फ़ुल तैयार बैठी है।”
‘विकास’ पूछ रहा है: जहाँ सत्ताधारी पिछले 5 सालों से जनता को ‘अप्रैल फ़ूल’ बना रहे हैं, वहाँ एक दिन का क्या महत्त्व?
लेकिन इस बार जनता फ़ूल बनाने वालों के फूल का रंग और होश उड़ाने के लिए फ़ुल तैयार बैठी है. #VikasPoochhRahaHai pic.twitter.com/ze5zC9FtcY
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 31, 2019
इससे पहले उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा था, ‘विकास’ पूछ रहा है: प्रधान जी को अपना पद जाने का सदमा कुछ ज़्यादा गहरा गया है क्या? शायद तभी वो अपनी नकारात्मक रचनात्मकता से देश को बरबाद करने के बाद अब उसका प्रयोग बचकाने शब्द-निर्माण में कर रहे हैं। इस चुनाव में जनता उनका व भाजपा के अहंकार का ‘नशा’ तोड़ देगी।
‘विकास’ पूछ रहा है: प्रधान जी को अपना पद जाने का सदमा कुछ ज़्यादा गहरा गया है क्या? शायद तभी वो अपनी नकारात्मक रचनात्मकता से देश को बरबाद करने के बाद अब उसका प्रयोग बचकाने शब्द-निर्माण में कर रहे हैं.
इस चुनाव में जनता उनका व भाजपा के अहंकार का ‘नशा’ तोड़ देगी. pic.twitter.com/OZgkS9pZlX
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 29, 2019
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। प्रदेश में सपा और बसपा गठबंधन, भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मैदान में है। समाजवादी पार्टी 37 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि बहुजन समाजवादी पार्टी 38 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है। तीन सीटों पर गठबंधन की साथी आरएलडी चुनाव लड़ रही है। सपा-बसपा गठबंधन ने सूबे में दो सीटें छोड़ी हैं।
बता दें कि इस बार का लोकसभा चुनाव 7 चरणों में संपन्न होंगे। उत्तर प्रदेश में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को लोकसभा चुनाव होंगे। 23 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे।