पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अखिलेश दास का बुधवार (12 अप्रैल) को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। दास भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष थे। वह पूर्व की यूपीए सरकार में इस्पात मंत्री भी रह चुके थे। अखिलेश दास बाबू बनारसी दास के बेटे थे। बनारसी दास उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
एक समय में मायावती के करीबी माने जाने वाले अखिलेश दास बीएसपी में राष्ट्रीय महासचिव के पद पर रह चुके हैं। हालांकि 2014 में बसपा से राज्यसभा का टिकट ना मिलने से नाराज अखिलेश ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान अखिलेश दास ने 2014 के अंत में उन्होंने ये कहकर बसपा छोड़ दी थी कि मायावती ने दोबारा राज्यसभा सांसद बनाने के लिए उनसे 100 करोड़ रुपए की मांग की थी।
बता दें, दास यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए थे। बुलंदशहर के रहने वाले और लखनऊ की बाबू बनारसी दास यूनिवर्सिटी (बीबीडी) के चेयरमैन अखलेश दास यूपी बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। साथ ही वे यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष और इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भी थे।
दास 1993 से नवंबर 1995 तक लखनऊ के मेयर भी रह चुके हैं। दास जब मेयर थे, तब उन्होंने नगर निगम में जो फैसले लिए उनको लेकर वे चर्चा में रहे। इसके बाद 1996 से 2008 तक वे कांग्रेस से राज्यसभा सांसद रहे। मेयर से हटने के बाद जब वे केंद्रीय मंत्री बने तो उस विभाग में उनको लेकर चर्चाएं रहीं।