एक चौंकाने वाले रहस्योद्घाटन में सामाजिक कार्यकर्ता साकेत गोखले ने मंगलवार को एक RTI के जवाब के हवाले से सनसनीखेज रूप से खुलासा करते हुए बताया कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने दीवाली के अपने लक्ष्मी पूजा कार्यक्रम और इसके लाइव टेलीकास्ट पर 6 करोड़ रुपए खर्च किए थे। इसका प्रभावी रूप से मतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 30 मिनट की पूजा के दौरान हर एक मिनट के लिए करदाताओं के 20 लाख रुपये उड़ाए। दिल्ली टूरिज्म एंड ट्रांसपेरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने आरटीआई के जवाब में कहा कि लक्ष्मी पूजा दिल्ली सरकार की आधिकारिक घटना थी। इस ख़बर पर आप या फिर दिल्ली सरकार की ओर से कोई अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
आरटीआई के जवाब की कॉपी को साझा करते हुए कार्यकर्ता साकेत गोखले ने लिखा, “ब्रेकिंग: दिल्ली की आप सरकार ने 14 नवंबर, 2020 को दीवाली पर अरविंद केजरीवाल के लक्ष्मी पूजा इवेंट और इसके लाइव टेलीकास्ट पर टैक्सपेयरों के 6 करोड़ रुपए खर्च किए। लोगों के पैसों ये 6 करोड़ के इस बड़ी रकम को 30 मिनट की पूजा के लिए खर्च किया गया है। 6 करोड़ मतलब 20 लाख रुपए प्रति मिनट।”
Breaking:
Delhi AAP Govt. spent 6 crores (approx $0.8 million) of taxpayer money for the Laxmi Puja event & its live telecast done by @ArvindKejriwal on 14 November, 2020.
This whopping cost of 6 crores public money was for a 30-minute puja.
Thats 20 lakh rupees per minute. pic.twitter.com/oWf7Ekixq3
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) December 22, 2020
बता दें कि, इस साल नवंबर में दीवाली के मौके पर केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवासियों से प्रदूषण के बढ़े हुए स्तर के चलते पटाखे न जलाने की अपील की थी और इसके बजाय दीवाली वाले दिन सरकार की ओर से बड़े स्तर पर किए गए लक्ष्मी पूजा इवेंट में अपने घरों से ही भाग लेने को कहा था। इस बड़े इवेंट में अरविंद केजरीवाल सहित उनके कैबिनेट के मंत्री अपनी-अपनी पत्नियों के साथ आए थे। यह पूजा अक्षरधाम मंदिर में हुई थी और इसका लाइव टेलीकास्ट किया गया था।
साकेत गोखले के इस ट्वीट को शेयर करते दिल्ली के कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने केजरीवाल पर हमला बोला और कहा कि जब बिना वेतन के काम कर रहे डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर बैठे थे, तो केजरीवाल पैसे खर्च करके पब्लिसिटी बटोर रहे थे।
अनिल चौधरी ने अपने ट्वीट में लिखा, “अरविंद केजरीवाल का बस एक मकसद है, अपना चेहरा चमकाने का। जब दिल्ली में डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी कोरोना के दौरान महीनों वेतन नहीं मिलने के कारण भूख हड़ताल पर बैठे थे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अपना चेहरा चमकाने के लिए 6 करोड़ खर्च कर गए।”
अरविंद केजरीवाल का बस एक मकसद है, अपना चेहरा चमकाने का.
जब दिल्ली में डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी कोरोना के दौरान महीनों वेतन नहीं मिलने के कारण भूख हड़ताल पर बैठे थे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अपना चेहरा चमकाने के लिए 6 करोड़ खर्च कर गए. pic.twitter.com/xQgejl9BPB
— Anil Chaudhary (@Ch_AnilKumarINC) December 22, 2020