सोशल मीडिया पर एक प्रोफेसर की घुटनों पर बैठकर मांफी मांगते हुए तस्वीर काफी वायरल हो रही है। भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर जारी तनाव को लेकर वाचना पितामाह डॉ, पीजी हलकट्टी इंजीनियरिंग कॉलेज कर्नाटक के एक प्रोफेसर द्वारा एक फेसबकु पोस्ट के जरिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और बीजेपी पर सवाल उठाने को लेकर शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों ने उनके साथ बदसलूकी की। इतना ही नहीं एबीवीपी और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फेसबुक पोस्ट को लेकर प्रोफेसर को घुटने टेकने व सरेआम माफी मांगने के लिए मजबूर कर दिए। यह मामला कर्नाटक के जिले विजयापुरा का है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉलेज के प्रोफेसर संदीप वाथर ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी थी जिसमें उन्होंने कथित तौर पर केंद्र की बीजेपी सरकार की आलोचना करते हुए देश में युद्ध का माहौल बनाने का आरोप लगाया था। इसके अलावा प्रोफेसर ने अपने पोस्ट में कथित तौर पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के कदम की तारीफ की थी। एबीवीपी और बीजेपी कार्यकर्ताओं को यह फेसबुक पोस्ट इतना नागवार गुजरी कि उन्होंने प्रोफेसर को सरेआम घुटनों पर लाकर माफी मंगवाई।
अखबार के मुताबिक, विवाद बढ़ने के बाद फेसबुक की यह पोस्ट अब डिलीट कर दी गई है। हालांकि, अभी भी एबीवीपी और बीजेपी कार्यकर्ताओं की मांग है कि प्रोफेसर संदीप वाथर को निंलंबित कर दिया जाए। वहीं, अखबार के मुताबिक कॉलेज के प्रिंसिपल वीपी हग्गी का कहना है कि वाथर को अबतक निलंबित नहीं किया गया है। मंगलवार को कॉलेज खुलेगा तो इस संबंध में पत्र जारी किया जाएगा।
प्रोफेसर ने फेसबुक पोस्ट में क्या लिखा था?
द हिंदू अखबार के मुताबिक, अपने फेसबुक पोस्ट में प्रोफेसर ने कथित तौर पर पाकिस्तान के साथ बन रहे युद्ध जैसे हालात को लेकर बीजेपी और अन्य दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं से सवाल करते हुए तीखा निशाना साधा था। फेसबुक पोस्ट में प्रोफेसर ने बीजेपी और दक्षिणपंथी समर्थकों से सवाल करते हुए लिखा था कि जो कुछ चल रहा है उसमें सबसे समझदार कौन नजर आ रहा है? भक्तों तुम?
अखबार के मुताबिक उन्होंने अपने पोस्ट में आगे लिखा था कि अगर ये हालात युद्ध में तब्दील हो जाते हैं तो तुम लोग लाखों लोगों की मौत के जिम्मेदार होगे। बीजेपी पूरी तरह से बेशर्म हो गई है। फिलहाल यह फेसबुक पोस्ट डिलीट हो गया है। वहीं, बीजेपी प्रवक्ता विवेक रेड्डी ने मामले पर हिंदू से कहा कि यह अपने देश को तोड़ने और दुश्मन देश की तारीफ करने का एक प्रयास है।