‘फर्जी’ डिग्री मामले में फंसे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के अध्यक्ष अंकिव बसोया को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने अपने संगठन से निष्कासित कर दिया है। साथ ही एबीवीपी द्वारा बसोया को अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा देने का फरमान जारी कर दिया गया है। आपको बता दें कि हाल ही में हुए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव जीतकर नवनिर्वाचित अध्यक्ष बने अंकिव बसोया की डिग्री कथित तौर पर फर्जी पाई गई है।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा कि हमने DUSU के अध्यक्ष अंकिव बैसोया को पद से इस्तीफा देने के लिए कहा है और ‘फर्जी’ डिग्री मामले में जांच खत्म होने तक संगठन (एबीवीपी) की सभी जिम्मेदारियों से उन्हें निष्कासित कर दिया है।
We have asked DUSU President Ankiv Baisoya to resign from his post and also expelled him from all the responsibilities of the organization till the inquiry is over (in fake degree case): Akhil Bhartiya Vidyarthi Parishad (ABVP) pic.twitter.com/6omJzXc5Dz
— ANI (@ANI) November 15, 2018
दरअसल, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने अंकिव बसोया पर आरोप लगाया है कि उन्होंने यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया है। वहीं, एबीवीपी का कहना था कि बसोया की ओर से जमा किए गए दस्तावेजों की उचित जांच-पड़ताल के बाद ही यूनिवर्सिटी ने उन्हें दाखिला दिया था।
पिछले दिनों एक ऐसी खबर आई थी कि जिससे अंकिव बसोया की मुश्किलें और बढ़ गईं। दरअसल, अंकिव ने जिस डिग्री का इस्तेमाल कर डीयू में दाखिला लिया था वह उस यूनिवर्सिटी की है ही नहीं। तमिलनाडु के विश्वविद्यालय ने राज्य सरकार से कहा है कि डूसू के अध्यक्ष अंकिव बसोया उनके छात्र नहीं रहे हैं।
13 सितंबर को आए डूसू चुनाव परिणामों में चार प्रमुख पदों में एबीवीपी की अंकिव बसोया ने 1744 मतों के अंतर से अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। इसी संगठन के शक्ति सिंह को उपाध्यक्ष घोषित किया गया है। उन्होंने 7673 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। एनएसयूआई के आकाश चौधरी सचिव पद पर जीतने में कामयाब रहे वहीं संयुक्त सचिव पद एबीवीपी की ज्योति को मिला है।