दक्षिण मुंबई में गुरुवार (14 मार्च) शाम छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन के पास एक बड़ा हादसा हुआ है। छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के बाहर एक फुट ओवर ब्रिज का हिस्सा ढहने के बाद पिछले 12 घंटों में छह लोगों की मौत हो गई और 32 लोग घायल हो गए हैं। पुलिस ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) और भारतीय रेलवे के अधिकारियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने मृतकों को परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये देने और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने गुरुवार को हुई इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने का भी आदेश दिया है। वहीं रेलवे, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और बीएमसी की टीमें शुक्रवार को घटनास्थल का मुआयना कर रही हैं।
इस बीच सोशल मीडिया पर फुटओवर ब्रिज हादसे को लेकर बनाए गए एक क्रोमा की वजह से देश का जाना-माना हिंदी न्यूज़ चैनल ABP न्यूज़ सोशल मीडिया यूजर्स और पत्रकारों के निशाने पर आ गया है। ट्विटर पर लोग इस क्रोमा को शर्मनाक करार देते हुए चैनल पर निशाना साध रहे हैं।
दरअसल, हर रोज नए-नए मीडिया संस्थान के आने की वजह से न्यूज चैनलों पर अपनी टीआरपी को बढ़ाने का दवाब बढ़ता जा रहा है। इसके लिए भारतीय न्यूज चैनल्स भी क्या कुछ नहीं करते। एबीपी न्यूज़ के इस क्रोमा में ग्राफिक्स के जरिए मुंबई के फुटओवर ब्रिज हादसे को दिखाने की कोशिश की गई है। कई बड़े पत्रकारों ने इसे शेयर कर शर्मनाक करार दिया है।
देखें, लोगों की प्रतिक्रियाएं:
#RIP empathy! #MumbaiBridgCollapse pic.twitter.com/OeLEZr9PaD
— Sunchika Pandey/संचिका पाण्डेय (@PoliceWaliPblic) March 15, 2019
ABP news is a repeat offender…. https://t.co/apiBgdsbIr
— Rohini Singh (@rohini_sgh) March 15, 2019
So sad, this!! https://t.co/O37dYeORj9
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) March 15, 2019
Why graphical representation and video game graphics on TV on an incident where people lost their lives ? Shameless
— rituraj purohit (@rituraj_prht) March 15, 2019
Someone rightly said ..#BoycottGodiMedia
— White Walker ??? (@Desi_White007) March 15, 2019
संवेदनशीलता को इन्होंने ताक पर रख दिया है । किसी भी प्रकार का हादसा इनके लिए मात्र TRP हैं ! ?
— दिवेश शर्मा (Diwesh Sharma)?? (@diwesharma) March 15, 2019
You r national shame.@abpnewstv #Ban_ABP_News pic.twitter.com/nxnqHftaCf
— अखंडानंद त्रिपाठी (@KalenBhaiya_) March 15, 2019
Khadde mein hi gir jaakar demo dikha dete.
— Yunus Mulla (@Yunus_Mulla) March 15, 2019
@abpnewstv Aur kitna giroge ABP waalo..
Itna already gir chuke ho ki Dharti ke doosre baaju se ched karke nikal sako..
Bas karo yaar..Sharm ko bhi Sharm aa jayegi ab toh..#MumbaiBridgeCollapse— Soul of India (@iamtssh) March 15, 2019
प्रसिद्ध सीएसएमटी स्टेशन के साथ टाइम्स ऑफ इंडिया इमारत के पास वाले इलाके को जोड़ने वाले इस फुटओवर ब्रिज को आम तौर पर ‘कसाब पुल’ के नाम से जाना जाता है, क्योंकि 26/11 मुंबई आतंकी हमले के दौरान आतंकवादी इसी पुल से गुजरे थे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने पीटीआई को बताया कि जब पुल ढहा तब पास के सिग्नल पर लाल बत्ती के चलते ट्रैफिक रुका हुआ था और इसी कारण से ज्यादा मौतें नहीं हुई।
वहीं, एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सुबह पुल पर मरम्मत कार्य चल रहा था, इसके बावजूद इसका इस्तेमाल किया गया। अधिकारी ने बताया कि घटना शाम साढ़े सात बजे हुई जब पुल का अधिकांश हिस्सा गिर गया। वहीं, बीएमसी आपदा नियंत्रण ने आईएएनएस से कहा, “पिछले 18 महीनों में शहर में फुटओवर ब्रिज गिरने गिरने की यह तीसरी घटना है। यह घटना गुरुवार शाम 7.35 पर तब घटी, जब पुल पर जरूरत से ज्यादा लोगों का वजन बढ़ गया।”
अब तक पांच मृतकों की पहचान अपूर्वा प्रभु (35), रंजना तांबे (40), भक्ति शिंदे (40), जाहिद सिराज खान (32) और तपेंद्र सिंह (35) के रूप में हुई है। ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि मलबा हटाने के बावजूद डी.एन. मार्ग पर यात्रा करने पर प्रतिबंध है। जिस वजह से यात्री अन्य मार्गों का इस्तेमाल कर रहे हैं। फिलहाल, वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
बहुत ठीक कहा है। लोकतन्त्र में नागरिक ही सरकार की रचना करता है। लोगों को चाहिए कि वोट देते समय ये ध्यान रखें कि उनके जीवन और कल्याण पर किसी उम्मीदवार और दल का क्या नजरिया और परफ़ोर्मेंस रहा है। वोट देने के समय भाषा, क्षेत्रीयता, जाति, धर्म आदि के आधार पर निर्णय करने वाले नागरिक बाद में अन्य मानकों पर सरकार का मूल्यांकन क्यों करते हैं। यह बहुत गलत बात है।