पिछले साल 8 नवम्बर को नोटबंदी लागू हुए एक साल हो गया है जिसके बाद मीडिया ने बहस और चर्चाओं के कार्यक्रम आयोजित करने शुरू कर दिए है। जिसमें मोदी सरकार के नुमाइन्दें जहां एक और नोटबंदी को सबसे सफल अभियान बता रहे है जबकि विपक्ष यह जानने में दिलचस्पी दिखाता रहा कि मोदी सरकार के फैसले के क्या लाभ रहे।
एबीपी न्यूज के एक कार्यक्रम में बीजेपी की और से संबित पात्रा और कांग्रेस की और से अभिषेक मनु सिंघवी हिस्सा ले रहे थे। एंकर ने सम्मान के साथ दोनों प्रवक्तों को मंच पर बुलाया और सबसे पहले बीजेपी के संबित पात्रा से कहा कि वह दो मिनट में अपनी बात रखें। संबित पात्रा ने सबसे पहले पर्चे में देखते हुए एक दोहा सुनाया जो नोटबंदी की तारीफ में था और विपक्ष की प्रहार करने वाला था। इसके बाद उन्होंने नोटबंदी की तारीफ में लोगों को मिलने वाले कई फायदे गिनाए।
इसके बाद जब कार्यक्रम एंकर ने कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी से पुछा कि आपका इस पर क्या कहना है तो उन्होंने कहा कि मोदी जी की जुमला कसने की आदत अब संबित पात्रा को भी हो गई है। इसके बाद मनु सिंघवी ने उन आंकड़ो पर रोशनी डाली जिसमें नोटबंदी के कारण गई लोगों जान, कारोबार ठप्प होने, रोजगार छिन जाने की बात कहीं जबकि संबित पात्रा मजाकिया अंदाज में तालियां बजवाने में सफल रहे। अभिषेक मनु सिंघवी ने कार्यक्रम में बैठे हुए लोगों को कहा कि यह यहां सब पढ़े लिखे लोग जमा है इसलिए तर्क की और आंकड़ों की बात की जाएं जो तार्किक आधार पर हो।
मनु सिंघवी ने कई जानकारियां शेयर करते हुए कहा कि आप 15 मिनट से संबित पात्रा केवल जुमले सुना रहे है जबकि नोटबंदी के फायदे बताने चाहिए थे इसके बाद मनु सिंघवी ने दुनिया के दिग्गज अर्थशास्त्रियों के वक्तव्य का हवाला दिया लेकिन संबित पात्रा ने उन हवालों को खारिज कर दिया और कार्यक्रम को मनोरंजक बनाए रखा।