उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर के बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में नवजातों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब बुधवार की आधी रात से लेकर शुक्रवार को आधी रात तक 48 घंटों के अंदर कम से कम 30 बच्चों की मौत हो चुकी है। बता दें कि बीआरडी कॉलेज तब सुर्खियों में आया था जब इस साल अगस्त में यहां 63 बच्चों की मौत हो गई थी। मरने वालों में ज्यादातर नवजात बच्चे थे।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख, प्रोफेसर डॉ डीके श्रीवास्तव ने बताया कि यहां 48 घंटों के भीतर 30 बच्चों की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि 1 नवंबर से लेकर 3 नवंबर के बीच यहां 30 मासूमों की जान चली गई।
30 children died within 48 hours at Gorakhpur's BRD Hospital says Professor Dr D.K. Srivastava, Head of the department of Community Medicine pic.twitter.com/bkQ0K3YiOY
— ANI UP (@ANINewsUP) November 5, 2017
मरने वाले अधिकांश बच्चे 1 महीने से कम से थे। प्रोफेसर ने बताया कि 15 बच्चे एक महीने से कम उम्र के, और शेष 15 में से 6 एक महीने से ज्यादा के बच्चों की इंसेफेलाइटिस की वजह मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिन 30 बच्चों की मौत हुई उनमें से 15 बच्चे यहां के एनआईसीयू में भर्ती थे।
जबकि अन्य 15 बच्चे बाल रोग विभाग के आईसीयू में भर्ती थे। गुरुवार को 25 नए मरीजों को एनआईसीयू में भर्ती कराया गया है। वहीं पीआईसीयू में 66 बच्चे भर्ती कराए गए हैं। बता दें कि गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में 10 अगस्त से 14 अगस्त के बीच 60 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी, जिनमें से 30 बच्चों की मौत ऑक्सीजन आपूर्ति में कमी के कारण 48 घंटों के भीतर हुई थी।
सिर्फ अगस्त महीने में 415 बच्चों की मौत
बता दें कि इससे पहले इस मेडिकल कॉलेज में 35 और बच्चों की मौत हो गई थी। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक अकेले अगस्त महीने में ही कुल 415 बच्चों की मौत हुई है। रिपोर्ट्स की माने तो इस साल जनवरी से अब तक कुल 1300 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है।
#Gorakhpur: 16 children died, including 1 due to Encephalitis, in BRD Medical College on 31 Aug, takes death toll to 415 in August this year
— ANI UP (@ANINewsUP) September 1, 2017
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल 8 महीने में अब तक 1375 बच्चों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जनवरी में 152, फरवरी में 122, मार्च में 159, अप्रैल में 123, मई में 139, जून में 137, जुलाई में 128 और अगस्त में 415 बच्चों की जान गई।