मुस्लिम संगठनों के 46 मौलवियों के धमकियों का सामना कर रही असम की 16 साल की गायिका नाहिद आफरीन ने बुधवार(15 मार्च) को कहा कि वह फतवे से नहीं डरतीं। संगीत खुदा का दिया तोहफा है। वह आखिरी सांस तक गाती रहेंगी और कार्यक्रम करती रहेंगी।
आफरीन ने मीडिया से कहा कि धमकियों के बारे में सुनकर मैं पूरी तरह टूट गई थी। एक-दो मिनट के लिए लगा कि संगीत छोड़ना पड़ेगा, लेकिन खुद को संभाला। इस तरह की धमकियों के आगे झुककर अपना संगीत नहीं छोड़ूंगी।
बता दें कि इंडियन आइडल फेम नाहिद को 25 मार्च को असम के लंका इलाके के उदाली सोनई बीबी कॉलेज में प्रस्तुति देनी है। इसी के विरोध में कथित तौर पर धमकियां दी गई थी। मौलवियों का कहना है कि किसी भी लड़की का मंच पर प्रस्तुति देना शरिया कानूनों के खिलाफ है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को असम के होजई और नागांव जिलों में फतवे के पर्चे बांटे गए। नाहिद की मां ने कहा है कि कार्यक्रम रद्द नहीं होगा। इस बीच असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी नाहिद से की और उन्होंने कहा कि किसी से डरने की जरूरत नहीं है। साथ ही सीएम ने 25 मार्च के कार्यक्रम के दौरान आफरीन को हरसंभव सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है।