अब संभव है कि आपको पासपोर्ट बनवाने के लिए अधिक दूर नहीं जाना पड़े, क्योंकि सरकार 50 किलोमीटर के दायरे में पासपोर्ट केंद्र खोलने की योजना लेकर आई है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार(17 जून) को 149 नए पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) शुरू करने की घोषणा की।

ये विदेश मंत्रालय की ओर से पहले चरण में घोषित 86 पीओपीएसके के अतिरिक्त होंगे। यह विदेश मंत्रालय और डाक विभाग की ओर से संयुक्त रूप से शुरू की गई एक पहल है। सुषमा ने कहा कि सत्ता में आने के बाद राजग सरकार ने 16 पासपोर्ट सेवा केंद्र भी खोले हैं और इसमें पूर्वोत्तर राज्यों को प्राथमिकता दी गई।
उन्होंने कहा कि मई 2014 में सत्ता में आने के बाद से राजग सरकार ने कुल मिलाकर 251 पासपोर्ट सेवा केंद्र और पीओपीएसके खोले। इससे पहले देश में 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे। मंत्री ने कहा कि जब उन्होंने मंत्रालय का प्रभार संभाला तो उन्हें एहसास हुआ कि पासपोर्ट के लिए आवेदन करने में ‘निकटता’ सबसे बड़ी बाधा है।
उन्होंने कहा कि हमने एक लक्ष्य निर्धारित किया है कि किसी को भी पासपोर्ट बनवाने के लिए 50 किलोमीटर से अधिक की दूरी नहीं तय करनी पड़े। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण में और पीओपीएसके खोले जाएंगे। बता दें कि इससे पहले विदेश मंत्रालय ने एलान किया था कि पासपोर्ट बनवाने के लिए अब आप हिंदी में भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
विदेश मंत्रालय ने पिछले दिनों यह प्रावधान जारी किया था, जिससे पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन हिंदी में किया जा सकता है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा हाल ही में आधिकारिक भाषा पर आधारित संसदीय कमिटी की नौवीं रिपोर्ट में भाषा को लेकर किए गए सिफारिशों को स्वीकार करने के बाद यह कदम उठाया गया है। 2011 में इस रिपोर्ट को सरकार को सौंपा गया था।