दिल्ली सरकार ने हिंदी अकादमी के पुरस्कार सम्मानों की राशि 2 लाख रूपये से बढाकर 5 लाख रूपये करने का एलान किया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली सचिवालय में आयोजित हिंदी अकादमी संचालन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि उनकी कोशिश होगी कि वे संचालन समिति की प्रत्येक बैठक में उपस्थित हों और यह नियमित अंतराल पर आयोजित की जाए।
इस अवसर पर हिन्दी अकादमी की ओर से दिए जाने वाले शलाका सम्मान की राशि दो लाख से बढ़ाकर पांच लाख तथा अन्य बारह पुरस्कारों की राशि प्रत्येक 50 हजार से बढ़ाकर 1-00 लाख करने की भी स्वीकृति दी गई।
साथ ही साथ अकादमी ने दिल्ली स्थित विश्वविद्यालयों के स्नातक (हिंदी आनर्स) एवं स्नातकोत्तर (हिंदी साहित्य) में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को क्रमशः रु.21 व 31 हजार की पुरस्कार राशि प्रदान किए जाने का निर्णय लिया है। इसी तरह विद्यालयों, महाविद्यालयों के छात्रों की हिंदी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी तथा प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल करने वाले छात्रों को रु.15000] 7000 व 5000 की राशि पुरस्कार में दी जाएगी। अकादमी ने निर्णय लिया है कि इसकी त्रैमासिक पत्रिका इंद्रप्रस्थभारती अब मासिक रुप में प्रकाशित होगी।
अकादमी की संचालन समिति के पुनर्गठन के बाद समिति की यह दूसरी बैठक थी। इस बैठक में हिंदी के प्रचार प्रसार की दिशा में किए जा रहे हिंदी अकादमी के कार्यों का जायजा लिया गया ।
भाषा एवं संस्कृति मंत्री श्री कपिल मिश्र ने कहा कि सदस्य् जिस तरह बेहतर से बेहतर कार्यक्रमों का सपना देखते हों, ऐसे कार्यक्रमों एवं योजनाओं को हिंदी अकादमी से कार्यान्वित कराएं। वे इस दिशा में हर अच्छे कार्यक्रम के साथ हैं।
हिंदी अकादमी ने अपने कार्यक्रमों को दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आम लोगों तक पहुंचाने के लिए सभी जिलों में हिंदी के लोकप्रिय कार्यक्रम हिंदी प्रतियोगिताएं व कवि सम्मेललन आयोजित करने का निर्णय लिया है।
अकादमी ने प्रतिष्ठित साहित्यकारों विजयेंद्र स्नातक, भीष्म साहनी, गोपालप्रसाद व्यास व शिवमंगल सिंह सुमन की जन्मतशती पर कार्यक्रमों के आयोजन का भी निर्णय लिया है। इसके अलावा दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में पावस व वसंत पर्व के आयोजन का निर्णय भी लिया गया है। अकादमी अपने कार्यक्रमों से ट्रांसजेंडर्स को भी जोड़ेगी।