प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे अहम प्रोजेक्ट्स में से एक है अहमदाबाद और मुंबई के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रैन जिस जापान की कंसल्टेंट की मदद ली जा रही है और एक आंकड़े के मुताबिक इस प्रोजेक्ट्स पर कुल 98,000 करोड़ का खर्च आने वाल है।
लेकिन अब खुद महाराष्ट्र की भाजपा सरकार ने ही रोक लगा दी है। IANS की एक खबर के अनुसार देवेन्द्र फड़नवीस की सरकार पर आरोप है कि वो रेलवे को रूट का सबसे महत्वपूर्ण स्टेशन-मुंबई बनाने ही नहीं दे रही है।
दरअसल योजना के अनुसार दक्षिणी मुंबई के केन्द्रीय बिजनेस सेंटर बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में अंडरग्राउंड मुंबई स्टेशन बनाया जाना है। जापानी कंसल्टेंट ने सभी विकल्पों का सर्वे करने और राज्य के अधिकारियों से बात करने के बाद इस जगह का चयन किया था।
लेकिन महाराष्ट्र सरकार केलिए दुविधा ये है कि वो इसी जगह पर एक आर्थिक केंद्र बनाने का पहले ही मन बना चुकी है और सरकार को लगता है कि यहाँ अंडरग्राउंड स्टेशन बन्ने से उसकी पहले से प्रस्तावित योजना को गहरा नुकसान पहुंचेगा।
महाराष्ट्र सरकार के एक अनुमान के अनुसार बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में अंडरग्राउंड मुंबई स्टेशन से उसे 10,000 रूपये का राजस्व का घाटा हो सकता है।
अब सारा मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर छोड़ दिया गया है और सब को उनके विदेश से लौटने का इंतज़ार है।
जनसत्ता की एक खबर के अनुसार रेलवे अधिकारियों ने मुख्यमंत्री देवेन्द्र फणनवीस, मुख्य सचिव व अन्य अफसरों के साथ दो बार बात भी की है, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। रेलवे ने राज्य सरकार से कहा है कि वह इस पर जल्द कोई फैसला लेकर उन्हें सूचित करेगा। लेकिन रेल मंत्री सुरेश प्रभु, जी खुद महाराष्ट्र से आते हैं, इस मसले का हल निकालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं।