उत्तर प्रदेश में बरेली के रुहेलखंड विश्वविद्यालय में शनिवार(17 फरवरी) को स्थापना दिवस समारोह में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के सामने ही पार्टी के सांसद और विधायकों ने हंगामा खड़ा कर दिया। बताया जा रहा है कि, इस हंगामे के कारण कार्यक्रम कुछ समय के लिए बाधित हुआ।
हंगामा बढ़ता देख विश्वविद्यालय के कुलपति ने माइक संभालकर फरीदपुर से बीजेपी विधायक श्याम बिहारी लाल को अपने परिवार का व्यक्ति बताते हुए मंच पर आमंत्रित किया और गृहमंत्री के हाथों सम्मानित कराया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
हिन्दुस्तान.कॉम की ख़बर के मुताबिक, रुहेलखंड विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में कामयाबी की बुलंदी छूने वाले पूर्व छात्रों को सम्मानित किए जाने का कार्यक्रम चल रहा था। बीजेपी के आंवला से सांसद धर्मेंद्र कश्यप को मंच पर जगह नहीं दी गई, इस वजह से भी वह तिलमिलाए हुए थे। बाद में कुलपति प्रो. अनिल शुक्ल ने विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य कर चुके बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता का गृहमंत्री से सम्मान कराया, लेकिन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर, प्रचीन इतिहास के विभागाध्यक्ष और फरीदपुर विधायक डा. श्याम बिहारी लाल का सम्मान नहीं कराया गया।
इस बात पर बीजेपी सांसद धर्मेंद्र कश्यप और भोजीपुरा विधायक बहोरन लाल, डीसी वर्मा और अन्य विधायकों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने कहा कि डा. श्याम बिहारी का सम्मान इस वजह से नहीं किया गया कि वह दलित विधायक हैं। दलित विधायक का अपमान होने पर बीजेपी नेताओं ने मुखर होकर इसका विरोध किया। ख़बर के मुताबिक, हंगामा बढ़ने पर मीडिया भी कार्यक्रम को छोड़कर सांसद और विधायकों की ओर मुखातिब हो गई।
हिन्दुस्तान.कॉम की ख़बर के मुताबिक, कार्यक्रम में विरोध बढ़ने पर कुलपति प्रोफेसर अनिल शुक्ला ने मंच से ही हालात को साधने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि डॉ श्याम बिहारी लाल फरीदपुर से पॉपुलर विधायक और हमारे घर के व्यक्ति हैं। उन्होंने श्याम बिहारी को मंच पर आमंत्रित किया, इसके बाद ही बीजेपी विधायक शांत हुए। विधायक के मंच पर पहुंचने पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुके भेंट कर उनका स्वागत सम्मान किया।